बेटे की सफलता में मां की बड़ी भूमिका (Mothers Role In Nandala Saikiran’s Success Story)
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में देश भर में नंदला सैकिरण (Nandala Saikiran Success Story) ने 27वीं रैंक हासिल की है। वे तेलंगाना के करीमनगर जिले के रहने वाले हैं। उनकी इस सफलता पर दोस्तों, परिवारों और राजनीतिक जगत के कई नेताओं ने उनको बधाई दी। लेकिन क्या आप जानते हैं नंदला सैकिरण की इस सफलता का श्रेय किसको जाता है? नंदला सैकिरण ने कुछ सालों पहले अपने पिता को खो दिया था। उनके पिता कांता राओ कपड़े सीने का काम करते थे। पिता की मौत के बाद से उनकी मां लक्ष्मी ने सभी बाधाओं के बावजूद अकेले ही बेटे और बेटी को पाला। बिना कोचिंग के क्रैक किया यूपीएससी (UPSC Success Story)
नंदला ने करीमनगर जिले से अपनी शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद वारंगल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से बीटेक की डिग्री हासिल की। वे हैदराबाद में हार्डवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करते थे। इसी दौरान उनके मन में सिविल सेवा अधिकारी बनने का ख्याल आया और उन्होंने साल 2021 में यूपीएससी की तैयारी (UPSC Preparation Tips) शुरू कर दी। नौकरी करते हुए बिना किसी कोचिंग के वे यूपीएससी की तैयारी करते थे। एक मीडिया रिपोर्ट में उन्होंने बताया था कि पढ़ाई के लिए यूट्यूब वीडियो की मदद ली थी, जो काफी लाभदायक रहा।