MATES की क्या है खासियत
ऑस्ट्रेलिया, छात्रों और डिग्रीधारी युवकों के लिए काम करने का एक बेहतर देश बन गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, ऑस्ट्रेलिया और भारत नई Mobility Arrangement for Talented Early-professionals Scheme (MATES) के साथ
दोनों देश अपने संबंधों को और मजबूत करते हुए और ऑस्ट्रेलिया में छात्रों और डिग्रीधारी युवकों के आमद को और आसान बनाते हुए Migration And Mobility Partnership Arrangement शुरू कर रही है। इस शुरुआत (MATES) से भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों से ग्रेजुएशन कर चुके युवा और अपने करियर की शुरुआत कर रहे Young professional अस्थायी कार्य (अंतर्राष्ट्रीय संबंध) (उपवर्ग 403) के तहत MATES स्ट्रीम वीज़ा के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस वीजा के माध्यम से युवाओं को दो साल तक ऑस्ट्रेलिया में रहने और काम करने का अवदार मिलेगा। इसकी शुरुआत साल 2024 के अंत से की जाएगी। इस pdf के माध्यम से और अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
MATES : तय की गई हैं कुछ नियम और शर्तें
इस MATES स्ट्रीम वीज़ा के लिए तय नियमों के अनुसार आवेदन करने वाले की उम्र आवेदन के समय 30 वर्ष या उससे कम होना चाहिए। साथ ही MATES में इससे पहले भाग न लिया हो। इसके अलावा अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़, जिसमें कुल मिलाकर IELTS या उसके बराबर कम से कम 6 और चारों भागों में से प्रत्येक के लिए न्यूनतम स्कोर 5 होना चाहिए। शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो आवेदन के समय उम्मीदवार का 2 साल के भीतर ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।इनमें से किसी स्ट्रीम में बैचलर या उससे ऊपर की डिग्री होनी चाहिए। renewable energy, mining, engineering, Information Communications Technology (ICT), artificial intelligence (AI), financial technology (FinTech), agricultural technology (AgriTech)
जान लें MATES की और भी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो प्रतिवर्ष 3,000 अस्थायी वीज़ा दिए जाएंगे। इसके लिए एक मुक्कमल प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। जिसमें सारी बारीकियों को ध्यान से परखा जाएगा। MATES से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए इस वेबसाइट MATES पर जाया जा सकता है।