इस दौरान पीएम ने मौसम को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मनुष्य ही है जिसने प्रकृति से संघर्ष का रास्ता चुन लिया और उसी का नतीजा है कि कभी-कभी प्रकृति हम पर रूठ जाती है।
इनका भी जिक्र: संबोधन में पीएम मोदी ने कोलकाता के अभय गुप्ता (10वीं में 93 प्रतिशत अंक) की तारीफ की। उन्होंने फुटपाथ पर लगी स्ट्रीट लाइट में पढ़कर पढ़ाई की थी। पीएम ने हरियाणा के कार्तिक का भी जिक्र किया।
कार्तिक के पिता चौकीदार हैं, उन्होंने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में हरियाणा में टॉप किया था। उन्होंने 500 में से 498 अंक हासिल किए थे। मोदी ने इनके साथ नागपुर की खुशी और झारखंड के रमेश साहू की भी तारीफ की।
आफरीन शेख : आफरीन ने गुजरात बोर्ड में 99.31 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। उनके पिता ऑटो रिक्शा चलाते हैं।
प्रिंस कुमार: दिल्ली में रहनेवाले प्रिंस के पिता डीटीसी बस ड्राइवर हैं। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में उन्होंने सरकारी स्कूलों में टॉप किया था। पालम निवासी प्रिंस को गणित में 100, अर्थशास्त्र में 99, कैमिस्ट्री में 98 अंक मिले थे।
अनुष्का पांडा: गुडग़ांव में रहनेवाली विकलांग अनुष्का जन्म से एक आनुवांशिक बीमारी से पीडि़त हैं। सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में अनुष्का ने दिव्यांग बच्चों की श्रेणी में टॉप किया है। उन्हें 97.8 प्रतिशत अंक मिले।
मप्र के आसाराम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघर्ष के बाद जोधपुर एम्स में चयनित होने वाले सामान्य परिवार के मेधावी विद्यार्थी आसाराम चौधरी की तारीफ की। कहा, ‘जिस तरह मध्यप्रदेश के गरीब व्यक्ति के पुत्र आसाराम ने मेहनत कर एम्स में पहला स्थान हासिल किया है। आप भी ऐसे ही पढ़ाई करें तो जो चाहें वह हासिल कर सकते हैं।