JRF और SRF में ज्यादातर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। लोगों के लिए ये तय समझना मुश्किल होता है कि कौन सा बेहतर है। अगर आप भी दोनों के बीच कंफ्यूज हैं तो यहां दी गई जानकारी आपके काम आ सकती है-
क्या है जेआरएफ (What Is JRF)
जेआरएफ यानी कि जूनियर रिसर्च फेलोशिप। यूजीसी नेट परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले कैंडिडेट्स का सेलेक्शन JRF के लिए होता है। जूनियर रिसर्च फेलोशिप यूजीसी की ओर से रिसर्च या पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों को दिया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है, एक जुलाई में और एक दिसंबर। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए संबंधित विषय में मास्टर निग्री अनिवार्य है। यहां देखें योग्यता और उम्र सीमा
- उम्र सीमा -पुरुषों के लिए- 35 वर्ष, महिलाओं के लिए- 45 वर्ष
- स्टाइपेंड- 37,000 रुपये
- शैक्षणिक योग्यता- न्यूनतम 55%
क्या है एसआरएफ (What Is SRF)
वहीं एसआरएफ जिसे सीनियर रिसर्च फेलोशिप भी कहा जाता है, जेआरएफ के बाद आता है। जब अभ्यर्थी अपनी पीएचडी के दो साल पूरी कर लेते हैं तो उन्हें एसआरएफ पर प्रमोट कर दिया जाता है। सीनियर रिसर्च फेलोशिप पाने के लिए मास्टर की डिग्री के साथ दो साल का रिसर्च अनुभव होना चाहिए।
यहां देखें योग्यता और उम्र सीमा
- उम्र सीमा- 32-35 वर्ष
- स्टाइपेंड- 42,000
शैक्षणिक योग्यता- अन्य शैक्षणिक योग्यता JRF के समान है। एसआरएफ मास्टर के बाद 3 साल का रिसर्च अनुभव अनिवार्य है।
जेआरएफ और एसआरएफ में क्या है अंतर (JRF and SRF Difference)
जेआरएफ प्राप्त करने के लिए UGC NET या UGC-CSIR NET परीक्षा में पास करना जरूरी है। हालांकि, SRF के लिए ऐसी कोई परीक्षा पास करने की जरूरत नहीं है। कई संस्थान एसआरएफ-डायरेक्ट की पेशकश कर सकते हैं। वहीं दोनों की मासिक स्टाइपेंड में भी अंतर होता है और साथ ही योग्यताएं अलग-अलग होती हैं। सभी बिंदुओं पर ध्यान दें तो एसआरएफ जेआरएफ से बेहतर कहा जा सकता है। एसआरएफ उन शोधकर्ताओं के लिए एक बहुत अच्छा करियर साबित हो सकता है, जो अपनी प्रतिभा दिखाना चाहते हैं।