बटलर से लेकर माली तक की बहाली
बेटी की पढ़ाई के लिए परिवार ने आलीशान हवेली के साथ 12 स्टाफ की व्यवस्था की है। स्टाफ में खासतौर पर बटलर, शेफ, मेड, हाउसकीपर, माली और शोफर शामिल हैं। मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जा रहा है कि जरूरत के वक्त हमेशा दरवाजा खोलने के लिए तैयार स्टाफ की सैलरी लगभग 28 लाख रुपए सालाना है।
परिवार नहीं करना चाहता कोई भी कमी
रिपोर्ट के अनुसार परिवार इसे शाही खर्च नहीं मानता। बल्कि वे लोग अपनी बेटी की पढ़ाई में किसी तरह की कोताही या कमी नहीं करना चाहते हैं। 4 साल की पढ़ाई के लिए पैलेस के साथ ही खास तौर पर अपने काम में दक्ष की नियुक्ति का ध्यान रखा गया है। विज्ञापन सिल्वर स्वान रिक्रूटमेंट की ओर से दिया गया।
स्टाफ हो संभ्रांत
परिवार बहुत अधिक संभ्रांत है, इसलिए सिर्फ अनुभवी और कुशल स्टाफ की नियुक्ति को ही तरजीह दी गई है। बटलर का काम खास तौर पर मेन्यू देखना होगा और टीम कैसे खाना बना रही है, इस पर निगरानी करनी है। फुटमैन का काम खाना सर्व करना और टेबल की सफाई करना है।
खुशमिजाज हो मेड !
मेड के लिए ‘खुशमिजाज, ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरपूर’ की जरूरत लिखा है। उसके काम में बाकी स्टाफ के बीच तालमेल रखना, छात्रा को उठाना, ग्रूमिंग, वार्डरोब मैनेजमेंट और पर्सनल शॉपिंग भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि किसी भारतीय छात्र का पढ़ाई के लिए इतना खर्च अब तक का पहला उदाहरण है।