America : क्या कहता है रिपोर्ट का डेटा
MPI की इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में शिक्षित अप्रवासियों में सबसे ज्यादा भारतीय मूल के लोग हैं। अमेरिका के शिक्षित अप्रवासियों में शामिल दुनिया के सभी देशों के नागरिकों में भारतीय अकेले 14 फीसदी हैं। भारत जहां 14% के साथ इस रैंकिंग में पहले स्थान पर है तो वहीं चीन दूसर स्थान पर है। चीन 8% के साथ दूसरे नंबर पर काबिज हुआ है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका पहुंचने वालों की लिस्ट में भी भारत सबसे आगे है। साल 2022 के एक डेटा के मुताबिक अमेरिका में 1.4 करोड़ पढ़े-लिखे अप्रवासी थे, जिनके पास कॉलेज की डिग्री थी।
समय-समय पर होते हैं कानूनों में परिवर्तन
सिर्फ पढ़ाई-लिखाई में ही नहीं बल्कि H-1B वर्कर्स वीजा हासिल करने में भी भारतीय लोग पीछे नहीं हैं, बल्कि आगे रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 72 फीसदी H-1B वीजा उन लोगों के अप्रूव हुए हैं, जो भारत से आए थे। H-1B वीजा मुख्यतः एक गैर-अप्रवासी वीजा होता है। H-1B वीजा को आमतौर पर टेक कंपनियों में काम करने वाले विदेशी नागरिकों को दिया जाता है। हलाकिं समय-समय पर दूसरे देशों से पढ़ाई और नौकरी के लिए अमेरिका आने के नियम-कानून में अमेरिका परिवर्तन करती रहती है।