शुरुआत में एक-दो क्लास के बाद यह सेंटर तीन साल से लगभग बंद था। पिछले माह इस सेंटर में फिर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए विज्ञप्ति निकाली गई। जिसमें आइएएस-प्री, आरएएस व आरजेएस की तैयारी के लिए कम से कम 50 विद्यार्थियों का बैच होना आवश्यक बताया गया। इसके एक माह बाद भी तीनों में से किसी भी पाठ्यक्रम के लिए 50 विद्यार्थी नहीं मिल पाए है। आरएएस में लगभग 20 आवेदन आ चुके हैं। बाकी दोनों पाठ्यक्रमों में आवेदन इससे भी कम है। आरजेएस की तैयारी सात माह में करवाई जाएगी। जिसकी फीस 15 हजार रुपए है।
बांसवाड़ा के गुरु गोविंद सिंह जनजातीय विवि में 60 छात्रों को आरएएस की नि:शुल्क कोचिंग दी गई। इससे पहले रीट की कोचिंग भी 60 छात्रों को दी गई थी। छोटे विवि जहां नि:शुल्क कोचिंग दे रहे हैं, वहीं प्रदेश का सबसे बड़ा राजस्थान विवि शुल्क ले रहा है। विवि का कहना है कि यह स्ववित्त पोषित है। छात्रों की फीस से ही शिक्षकों को वेतन दिया जाता है। सेंटर अधिकारियों का दावा है कि यह सेंटर, निजी कोचिंग संस्थानों से बेहतर हैं। इसमें विवि के सेवानिवृत्त प्रोफेसर्स, वर्तमान शिक्षकों के साथ सेवानिवृत्त आइएएस, आरएएस आदि भी पढ़ाएंगे। वहीं दूसरी तरफ शहर के सैकड़ों निजी कोचिंग संस्थानों में युवा एक लाख रुपए तक की भारी-भरकम फीस देकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रदेश के अन्य जिलों व बाहरी राज्यों से भी करीब एक लाख युवा शहर में रह रहे हैं।
एपीटीसी सेंटर में इन पाठ्यक्रमों की ये फीस
कोर्स फीस
आइएएस प्री 14 हजार रुपए
आरजेएस 15 हजार रुपए
आरएएस 14 हजार रुपए
इस कारण नहीं आ रहे विद्यार्थी
-प्रचार-प्रसार के अभाव में जानकारी नहीं।
-तीन साल से सेंटर लगभग बंद।
-आरएएस-प्री की परीक्षा होने के बाद करवा रहा तैयारी।
-अन्य विश्वविद्यालयों के मुकाबले फीस अधिक।
समय से काफी लेट
-मैं आईएएस की तैयारी कर रहा हूं। विवि के सेंटर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। न तो विवि हर साल यह कोर्स चलाता है। अभी भी समय से काफी लेट है। लोकेश बाजिया, छात्र
अभी से कैसे प्रवेश लें
-मैंने पिछले दिनों ही आरएएस प्री की परीक्षा दी है। विवि अब कोर्स शुरू करेगा। पता नहीं, अगले साल आरएएस की भर्ती भी निकलेगी या नहीं। अभी से कैसे प्रवेश लें। रामनिवास सुथार, छात्र
बार-बार विज्ञापन नहीं दे सकते
-यह सेंटर व्यावसायिक नहीं है। इसीलिए बार-बार विज्ञापन प्रकाशित नहीं हो सकता। एपीटीसी सेंटर में प्रवेश के लिए विवि का विद्यार्थी होना अनिवार्य नहीं है। कोई भी व्यक्ति प्रवेश ले सकता है। 50 का बैच पूरा होने पर ही शुरू होगा। अभिषेक चायल, असिस्टेंट डायरेक्टर, एपीटीसी सेंटर, राजस्थान विवि