क्लाउड कंप्यूटिंग ट्रेंड युवाओं की मांग सबसे ज्यादा आईआईटी रुड़की इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम के जरिए छात्रों को कई व्यावहारिक प्रोग्राम और प्रोजेक्ट को पूरा करना होगा। यहां से कोर्स करने वाले युवाओं को करियर सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। इस पाठ्यक्रम को लेकर आईआईटी रुड़की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि क्लाउड कंप्यूटिंग और DevOps अगामी वर्षों में दो सबसे अधिक मांग वाली तकनीकों में से एक है। ऐसा इसलिए कि सॉफ्टवेयर पेशेवरों के लिए यह जरूरी कौशल में से एक है। अब अधिकांश संगठनों द्वारा संगठन क्लाउड और देवओप्स पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
2025 तक 65 मिलियन जॉब्स पैदा होने की संभावना लिंक्डइन की इमर्जिंग जॉब्स रिपोर्ट इंडिया 2020 के मुताबिक 2025 तक भारत में विभिन्न उद्योगों में 60 मिलियन से 65 मिलियन नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। इन उद्योगों में क्लाउड कंप्यूटिंग और देवओप्स कौशल महत्वपूर्ण हैं। कोरोना महामारी के दौर में क्लाउड अहम तकनीक के रूप में उभरकर सामने आया है। ऐसा इसलिए कि कोविड—19 महामारी ने सभी संगठनों को वर्क फ्रॉम होम कल्चर को बढ़ावा दिया है। दरअसल, क्लाउड कंप्यूटिंग और देवओप्स कुछ प्रमुख तकनीकी हैं जिन पर नियोक्ता उम्मीदवारों को काम पर रखते समय बहुत जोर दे रहे हैं।
हाल ही में IIT मद्रास ने प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में एक ऑनलाइन बीएससी डिग्री कोर्स शुरू किया है। पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों कोa जेईई एडवांस के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। जिन्होंने कक्षा 10 के स्तर पर अंग्रेजी और गणित के साथ कक्षा 12 पास की है, वे ऑनलाइन पाठ्यक्रम के लिए नामांकन कर सकते हैं। स्नातक और कामकाजी पेशेवर भी इस कार्यक्रम को अपना सकते हैं।