1. लेंज का नियम ऊर्जा संरक्षण पर आधारित होता है।
2. मोटर में स्टार्टर का मुख्य कार्य स्टाटिंग धारा को सीमित करना है।
3. फ्यूज तार का गलनांक कम व प्रतिरोधकता उच्च होती है।
4. चालक तार का प्रतिरोध लंबाई, अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल व पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है।
5. अर्द्धचालकों का प्रतिरोध ताप बढ़ाने पर घटता है।
6. घरों में विद्युत परिपथ समान्तर क्रम में संयोजित किए जाते है।
7. आदर्श धारा स्त्रोत का आंतरिक प्रतिरोध अनन्त होता है।
8. एसी को डीसी में बदलने वाली युक्ति रेक्टीफायर है।
9. मुविंग आयरन उपकरण एसी तथा डीसी दोनों के मापन में प्रयुक्त होते है।
10. अत्यधिक उच्च ताप मापन के लिए पायरोमीटर का उपयोग किया जाता है।
राशि – मात्रक
बल – न्यूटन
कार्य – जूल
शक्ति – वाट
उष्मा ऊर्जा – कैलोरी
आवृत्ति – हर्टज
तंरगदैध्र्य – एंगस्ट्राम
राशि – मात्रक
आवेश – कुलाम
धारा – एम्पियर
विभव – वोल्ट
प्रतिरोध – ओम
चालकता – साइमन
चुम्बकीय फ्लक्स – वेबर विद्युत मोटर: विद्युत चुम्बकीय खिंचाव
विद्युत जनरेटर: विद्युत चुम्बकीय प्रेरण
ट्रांसफार्मर: अन्योय प्रेरण
फ्यूज तार: विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव
सेल: धारा का रासायनिक प्रभाव