पहले चरण की कंप्यूटर बेस्ड लिखित परीक्षा एक घंटे की होगी। इसमें 75 प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा पास करने के लिए अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 40, ओबीसी उम्मीदवारों को 30, एससी को 30 और एसटी उम्मीदवारों को 25 अंक हासिल करने होंगे। इस परीक्षा में न्यूनतम अंक नहीं लोने वाले अभ्यर्थियों को आगे की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा। इसमें आपसे मैथ्स, रीजनिंग, जनरल साइंस, जीके/कंरट अफेयर से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।
दूसरा चरण
पहले चरण की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार दूसरे चरण की परीक्षा में बैठ पाएंगे। इस परीक्षा के लिए ढ़ाई घंटे का समय तय है। पेपर दो भागों में बंटा होगा। पार्ट ए और पार्ट बी। पार्ट ए के लिए 90 मिनट का समय मिलेगा और इसमें 100 प्रश्न होंगे। इसे पास करने के लिए भी अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 40, ओबीसी उम्मीदवारों को 30, एससी को 30 और एसटी उम्मीदवारों को 25 अंक हासिल करने होंगे। पार्ट बी लिखने के लिए 1 घंटे का समय होगा।
तीसरा चरण केवल असिस्टेंट लोको पायलट के लिए होगा। ये चरण कंप्यूटर एप्टीट्यूड टेस्ट का होगा जिसके लिए कुल वैकेंसी के आठ गुना उम्मीदवारों को बुलाया जाएगा। सेकेंड स्टेज के पार्ट ए में प्रदर्शन और पार्ट बी में क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवारों को इसमें बुलाया जाएगा। इस चरण में सभी वर्गों के उम्मीदवारों को कम से कम 42 नंबर लाने होगें, किसी प्रकार की छूट नहीं होगी। आखिरी चरण डॉक्टूमेंट वेरिफिकेशन का होगा। एएलपी और टेक्नीशियन दोनों भर्तियों के लिए होगा। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, पेन ड्राइव, लैपटॉप, कैलकुलेटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। अभी अभ्यर्थियों को तिथि घोषित होने का इंतजार भी है।
राजस्थान में राज्यपाल का पद सर्वप्रथम कब गठित किया गया – 1 नवम्बर, 1956
राज्य सरकार ने महिला नीति कब घोषित की – 8 मार्च, 2000
राज्य में सबसे कम विधानसभा सीट किस जिले में है – जैसलमेर
जनसंख्या की दृष्टि से राज्य का सबसे छोटा संभाग कौनसा है – कोटा
किस पेड़ में गैसीय विषपान करने की क्षमता सबसे अधिक होती है – जलेबी
गांधी सागर बाँध किस नदी पर बनाया गया है – चम्बल
राज्य में संगमरमर का सर्वाधिक उत्पादन होता है – राजसमन्द में
फारसी इतिहासकार ने ‘हशमत वाला शासक’ किसे कहा है – मारवाड़ का राव मालदेव
शाकम्बरी के चौहान वंश की नींव डालने वाला शासक कौन था – वासुदेव चौहान
राज्य के किस किले को सुवर्णगिरी कहा जाता है – जालौर के दुर्ग को
‘पृथ्वीराज विजय’ के लेखक थे – जयानक
राजस्थान में भोपों का मुख्य वाद्ययंत्र है – रावण हत्था
लाख का सर्वाधिक काम कहाँ होता है – जयपुर में
हुरड़ा सम्मेलन का उद्देश्य था – राजस्थान में मराठों के बढ़ते हस्तक्षेप को रोकना
18 वीं शताब्दी के मध्य में जाट वंश का किन रियासतों पर आधिपत्य था – धौलपुर व भरतपुर
‘यदि में राज्य की नौकरी करूँगा तो अंग्रेजों को बाहर निकाल फैंकने का काम कौन करेगा।’ यह कथन है – अर्जुनलाल सेठी का
उदयपुर में स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा स्थापित सामाजिक संस्था, जिसका अध्यक्ष मेवाड़ के महाराणा सज्जनसिंह को बनाया गया था। – परोपकारिणी सभा
राजस्थान के प्रसिद्ध पखावज वादक कौन है, जिन्हें भारत सरकार पद्मश्री पुरस्कार से नवाज चुकी है – पंडित पुरूषोत्तम दास
वह शास्त्रीय नृत्य जिसका उदगम स्थल राजस्थान माना जाता है – कत्थक
राजस्थान की वह कौनसी जनजाति है जो अपने मकान के दरवाजे बंद नहीं रखती है – कंजर
मारवाड़ के राठौड़ वंश का संस्थापक था – राव सीहा