साल 2014 में मलाला को बच्चों के अधिकारों के लिए प्रयास करने को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली वह सबसे कम उम्र की विजेता रहीं। अक्टूबर 2012 में जब वह पाकिस्तान की स्वात घाटी के अपने स्कूल से लौट रही थीं, तब तालिबान बंदूकधारियों ने उन्हें गोली मार दी थी। मलाला अब इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं।