प्रश्न (1) संसद के कितने सत्र होते हैं?
सामान्यतया हर साल संसद के तीन सत्र होते हैं। बजट (फरवरी-मई), मानसून (जुलाई-अगस्त) और शीतकालीन (नवंबर-दिसंबर)। बजट अधिवेशन को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया जाता है। इन दोनों के बीच तीन से चार सप्ताह का अवकाश होता है। इस दौरान स्थायी समितियां विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर विचार करती हैं। इस साल से बजट सत्र जनवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू करने का फैसला किया गया है। राष्ट्रपति दोनों सदनों को बैठक के लिए आमंत्रित करते हैं। हरेक अधिवेशन की अंतिम तिथि के बाद छह मास के भीतर आगामी अधिवेशन के लिए सदनों को बैठक के लिए आमंत्रित करना होता है। सदनों को बैठक के लिए आमंत्रित करने की शक्ति राष्ट्रपति में निहित है, पर व्यवहार में इस आशय के प्रस्ताव की पहल सरकार द्वारा की जाती है। इन तीन के अलावा संसद के विशेष सत्र भी बुलाए जा सकते हैं।
प्रश्न (2) भारत का पहला बजट कब और किसने पेश किया?
देश का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को आरके शण्मुगम चेट्टी ने पेश किया था। वे देश के पहले वित्तमंत्री थे और इस पद पर वर्ष 1949 तक रहे।
प्रश्न (3) वर्चुअल करेंसी किसे कहते हैं?
वर्चुअल करेंसी का मतलब है आभासी यानी जो वास्तविक होने का आभास दे। कागजी नोट भी आभासी मुद्रा है। चूंकि सरकार ने जिम्मेदारी ली है, इसलिए कागज पर जिस राशि का भुगतान करने का आश्वासन होता है वह वास्तविक धन होता है। क्रेडिट कार्डों, शॉपिंग सेंटरों और एयरलाइंस के लॉयल्टी पॉइंट्स का आप इस्तेमाल करते हैं। यह भी एक प्रकार से मुद्रा है। इसमें बिटकॉइंस का नाम और जुड़ गया है। यह भविष्य की आभासी मुद्रा है। बिटकॉइन एक ऑनलाइन करेंसी और भुगतान-प्रणाली है, जो धन का अंतरराष्ट्रीय संचरण संभव बनाती है। दुनिया भर में हजारों व्यापारी इस क्रिप्टो करेंसी को स्वीकार करते हैं। सुरक्षा की गारंटी देने के लिए क्रिप्टोग्राफी या कूटभाषा का प्रयोग करने के कारण ऐसा कहा जाता है।
प्रश्न (4) आरएक्स का निशान डॉक्टर क्यों बनाते हैं?
दरअसल यह निशान (आरएक्स) नहीं होता है, बल्कि आर की अंतिम रेखा को आगे बढ़ाते हुए उस पर क्रॉस लगाकर बनता है। माना जाता है कि यह लैटिन शब्द रेसिपी का निशान है। नुस्खा यानी डॉक्टरी हिदायत। इलाज के लिए इस तरह लें। कुछ लोग इसे यूनानी जुपिटर का चिह्न जियस मानते हैं।
प्रश्न (5) राष्ट्रीय गणित दिवस कब मनाते हैं?
देश में राष्ट्रीय गणित दिवस महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की याद में मनाया जाता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने रामानुजन की 125वीं वर्षगांठ के मौके पर 26 दिसंबर 2011 आयोजित एक कार्यक्रम में वर्ष 2012 को राष्ट्रीय गणित वर्ष घोषित किया। साथ ही उनके जन्मदिन 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस भी घोषित किया।