एनसीईआरटी की किताब पर दिया था जोर (NCERT Books)
श्लेषा ने पत्रिका की एजुकेशन जर्नलिस्ट शांभवी शिवानी से बताया कि उन्होंने बीते वर्ष यानी कि 2023 में नवंबर से ही NCERT बुक्स का रिवीजन शुरू कर दिया था। श्लेषा ने कहा कि मैथ्स और साइंस विषय के लिए एनसीईआरटी किताब (NCERT Books) के साथ-साथ साइड बुक से भी पढ़ें। वहीं सोशल साइंस और लैंग्वेज विषय के लिए टीचर्स के नोट्स और NCERT बुक ही पर्याप्त हैं। उन्होंने बताया कि वे नवंबर से ही NCERT Books के हर चैप्टर को दो-दो बार पढ़ती थी। रीडिंग से कॉन्सेप्ट क्लियर होता है। यह भी पढ़ें
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पिछले साल के सवाल जरूर बनाएं (Exam Tips By Topper)
वहीं श्लेषा ने कहा कि PYQs (Previous Year Questions) बनाने से तैयारी पक्की हो जाती है। मैंने दिसंबर महीने से पिछले साल का प्रश्न हल करना शुरू कर दिया था। मैंने लगभग 10 सालों का प्रश्न हल किया था। सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर सैंपल पेपर और पिछले साल के प्रश्न पत्र अपलोड कर दिया जाता है। छात्र यहां से इसे डाउनलोड कर सकते हैं।स्कूल के बाद 3-4 घंटे की पढ़ाई (How To Prepare For Board Exams Class 10)
श्लेषा ने कहा कि वे रोजाना स्कूल से आने के बाद 3-4 घंटे की पढ़ाई करती थी। बोर्ड परीक्षा नजदीक आने पर इसके अलावा 1 घंटे रिवीजन भी किया करती थी। उन्होंने कहा वे शाम 5 बजे से रात के 9 बजे तक पढ़ाई करती थी। इसके बाद 10-11 बजे रात के एक घंटे रिवीजन करती थी। श्लेषा ने कहा कि वे कभी एक लगातार दो टफ विषय नहीं चुनती थी जैसे 3 घंटे मैथ्स की पढ़ाई की तो एक घंटे अंग्रेजी या हिंदी की पढ़ाई करती थी। उन्होंने इसी फॉर्मूले पर बोर्ड परीक्षा की तैयारी की है। यह भी पढ़ें