उत्तर – अभी तो नहीं हैं, पर देश के विज्ञान और तकनीकी विभाग ने पिछले साल क्वांटम इनेबल्ड साइंस एंड टेक्नोलॉजी (क्वेस्ट) नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके लिए अगले तीन वर्ष में 80 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। इस बात का प्रयास हो रहा है कि अगले एक दशक के भीतर भारत में क्वांटम कंप्यूटर का निर्माण हो सके। इसके लिए हमें विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं की जरूरत होगी। भारत में अभी सुपर कंप्यूटरों पर काम चल रहा है। बेहतर होगा कि क्वांटम तकनीक के विकास में हम दुनिया से कदम मिलाकर आगे बढ़ें।
उत्तर – स्मॉग शब्द फॉग और स्मोक यानी धुएं से मिलकर बना है। कोहरा यानी फॉग नमी वाली हवा में बनता है। बादलों की तरह। गर्म हवा के मुकाबले ठंडी हवा ज्यादा नमी ग्रहण करती है। पानी के कण ही कोहरे की शक्ल में नजर आते हैं। भाप से भी हवा नमी लेती है। स्मॉग शब्द स्मोक से बना है। जब नम हवा में धुआं भी शामिल हो जाता है तो उसे स्मॉग कहते हैं। फॉग में कुछ स्मॉग और स्मॉग में फॉग भी मिला होता है। इसलिए दोनों के बीच कई बार विभाजक रेखा खींचना मुश्किल होता है। जब प्रदूषणकारी धुएं की बहुतायत हो तो उसे स्मॉग कहेंगे।
उत्तर – इसका मतलब एक छोटे से इलाके में कुछ मिनटों के भीतर भारी बरसात होना है। मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा पहाड़ी क्षेत्रों में बादल ज्यादा फटते हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, प्रति घंटा 100 मिलीमीटर (3.94 इंच) के बराबर या उससे ज्यादा बारिश होना बादल फटना है। इस दौरान जो बादल बनता है वह जमीन से 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकता है। बादल फटने के दौरान कुछ मिनटों में 20 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात हो सकती है। भारी मात्रा के साथ क्यूम्यूलोनिम्बस या कपासी वर्षी बादल जब ऊपर उठते हैं और उन्हें आगे बढऩे का रास्ता नहीं मिलता तो उनमें मौजूद पानी नीचे गिर जाता है। यह एक तरीके से पानी भरे बैलून का फटना है।