छात्रवृत्ति के दायरे को भी बढ़ाकर इसमें प्रदेश पुलिस के उन कर्मियों के बच्चों को शामिल किया है जो आतंकी व नक्सली हमले के दौरान शहीद हुए हैं। राष्ट्रीय रक्षा कोष की स्थापना 1962 में की गई थी, जिसके तहत राष्ट्रीय रक्षा प्रयासों को प्रोन्नत करने के लिए नकदी व अन्य वित्तीय उपकरणों के रूप में ऐच्छिक दान प्राप्त किया जाता है।