दरअसल, सीबीएसई इस बार 2020 के मूल्याङ्कन को तेन स्तर पर करवाने की तैयारी कर रही है। सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों की टीम बनाई जाएगी, जो कि जाँची हुई कॉपी को पुनः जांचेगी। इस टीम में हर विषय के तीन से चार शिक्षकों को रखा जाएगा। सीबीएसई नए तरीके से जांच के निर्देश जल्द देशभर के स्कूलों को भेज देगा। अब बोर्ड ने कॉपी जांचने की संख्या भी फिक्स कर दी है। एक परीक्षक एक दिन में 25 कॉपी जांच सकेगा।
पिछले कई सालों में कॉपियों के मूल्यांकन में शिक्षकों की लापरवाही सामने आती रही है। सीबीएसई ने सख्त पत्र लिखते हुए कहा था कि इससे बोर्ड की छवि खराब हो रही है साथ ही इस वजह से छात्रों को काफी परेशानी होती है। कॉपी में अंक ज्यादा रहने के बावजूद कम चढ़ा दिए जाते हैं तो कभी कम रहने के बाद भी ज्यादा अंक दे दिये जाते हैं। स्क्रूटनी के लिए आवेदन मिलने के बाद यह मामला पकड़ में आता है। ऐसे में विद्यार्थियों को दिक्कतें होती हैं। इसलिए पहले से ही इस बार तैयारी की जा रही है। कॉपी जांच के बाद जब कंप्यूटर पर अंक चढ़ाया जाएगा तो उसकी जांच के लिए भी एक टीम होगी। यह टीम हार्ड कॉपी के अंक का मिलान कंप्यूटर पर दिये गये अंक से करेगी।