दरअसल, मंगलवार को शिक्षा मंत्रियों की बैठक में दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं करवाना अब संभव नहीं होगा, इसलिए आंतरिक परीक्षा के आधार पर बच्चों को पास किया जाए जैसे कि 9वीं व 11वीं के बच्चों को पास किया गया है। इसके बाद कई जगह यह उलझन फैल गई कि दसवीं और बारहवीं कक्षा की शेष परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। इसलिए बुधवार को सीबीएसई ने एक बार फिर स्थिति स्पष्ट करते हुए यह बयान जारी किया है।