मानवीय आधार पर निकले 12वीं की परीक्षा का हल कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (
Priynka Gandhi ) ने शिक्षा मंत्री को लिखी चिट्ठी को ट्विटर पर भी साझा किया है। अपने पत्र के जरिए उन्होंने CBSE 12वीं की परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से मिले कई सुझावों से शिक्षा मंत्री को अवगत कराया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। स्कूली शिक्षा के अंतिम वर्ष में वे पहले ही अत्यधिक दबाव का सामना कर चुके हैं। इन परिस्थितियों में सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 आयोजित करने के मुद्दे को मानवीय, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक आधार पर समझने की जरूरत है।
छात्र हितों की रक्षा केंद्र सरकार जिम्मेदारी देश के बच्चों की रक्षा करना सरकार की अहम जिम्मेदारी है। बेशुमार बच्चे पहले से ही आघात, तनाव और चिंता से पीड़ित हैं। उन्होंने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 पर कोई भी निर्णय लेने से पहले सरकार से उपरोक्त सुझावों पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने उम्मीद भी जताई है केंद्र सरकर इस पर बहुत जल्द कोई निर्णय लेगी। उन्होंने मुख्य तौर पर केंद्रीय मंत्री से तीन सुझावों की ओर ध्यान देने को कहा है।
प्रियंका गांधी के तीन सुझाव 1. अन्य देशों की तरह भारतीय छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन पद्धति को अपनाया जाना चाहिए। 2. एक व्यापक रणनीति के तहत परीक्षा से पहले छात्रों को टीका लगाया जाना चाहिए।
3. छत्तीसगढ़ सरकार 12वीं की परीक्षा का व्यावहारिक समाधान ढूंढ निकाला है। केंद्र सरकार भी उक्त तरीके पर अमल कर सकती है। 12 अप्रैल 2021 को लिखे खत में प्रिंयका गांधी वाड ने शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से सीबीएसई परीक्षा नहीं करवाने का आग्रह किया था। इससे पहले सीबीएसई के एक सर्कुलर जारी कर कहा था कि वह मई में बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित करेगा। प्रियंका गांधी ने सीबीएसई के उक्त फैसले को चौंकाने वाला करार दिया था।
Web Title: CBSE 12th Class Exam 2021 Priyanka Gandhi Writes Letter To Education Minister Suggests Various Option