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कॉमर्स में हैं ढेर सारे कॅरियर ऑप्शन्स, मिल सकती है सरकारी नौकरी भी

Career in Commerce: कॉमर्स को कॅरियर विकल्प के रूप में चुनना सबसे बेहतर है।

Jun 26, 2019 / 12:42 pm

सुनील शर्मा

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Career in Commerce: आर्थिक गतिविधि के दायरे में दुनियाभर में सकारात्मक बदलते परिदृश्य के साथ, कॉमर्स को कॅरियर विकल्प के रूप में चुनना सबसे बेहतर है। कॉमर्स के स्टूडेंट्स व्यापार, बाजार में उतार-चढ़ाव, अर्थशास्त्र की मूल बातें, राजकोषीय नीतियों, औद्योगिक नीतियों, शेयर बाजार आदि के ज्ञान से परिचित हो जाते हैं। बाजार की बढ़ती गतिविधि को ध्यान में रखते हुए, संतुलन बनाने के लिए प्रतिभाशाली वाणिज्य स्नातक की आवश्यकता होती है। कक्षा 11वीं और 12वीं में कॉमर्स में पढ़ाए जाने वाले मेन सब्जेक्ट्स में इकोनॉमिक्स, लेखा और व्यावसायिक अध्ययन शामिल है। अगर स्टूडेंट्स इन विषयों में रूचि रखते हैं और संख्याओं, अर्थव्यवस्था और व्यवसाय के लिए आत्मीयता रखते हैं, तो 12 वीं के बाद इन कोर्सेज में कॅरियर चुन सकते हैं।

इन कोर्सेज में चुन सकते हैं कॅरियर
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट सांइस
इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है, जिसमें प्रबंधन के क्षेत्र में कॅरियर बनाया जा सकता है।

बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज
इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है। इस डिग्री में विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम एक यथार्थवादी और उद्योग आधारित फोकस के साथ एकीकृत होते है। इसमें प्रबंधन, लेखा, विपणन और सूचना प्रणाली के विशेषज्ञ बनते हैं।

बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट
यह एक 4 साल का कोर्स है, जिसे ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन एवं नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन द्वारा मान्यता प्राप्त है।

बैचलर ऑफ इकोनोमिक्स
इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है। इस स्नातक की डिग्री में सामाजिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, पत्रकारिता, व्यवसाय और कानून की पढ़ाई कराई जाती है।

बैचलर ऑफ सांइस-स्टेटिक्स
इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है, जो कि संग्रह, सार्थक पृथक्करण और एकत्र आंकड़ों की व्याख्या पर केंद्रित है।

एक्चुअरी
यह चार वर्ष का पेशेवर कोर्स है, जो जोखिम और अनिश्चितता के वित्तिय प्रभाव से संबंधित समस्याओं को समझने, उनका मूल्यांकन करने और व्यावसायिक समस्याओं को हल करने के लिए मॉडल बनाने के लिए सांख्यिकी और गणित के फार्मूले का उपयोग करते हैं।

बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ
विभिन्न भारतीय विवि की ओर से प्रस्तावित स्नातक कानून पाठ्यक्रम है, जिसकी अवधि 3 साल है, जिसके लिए न्यूनतम पात्रता मानदंड स्नातक है और 12वीं के छात्रों के लिए 5 साल की अवधि का एकीकृत पाठ्यक्रम है।

बैचलर ऑफ इवेंट मैनेजमेंट
यह एक प्रबंधन शिक्षा का कोर्स है, जिसमें इंवेट मैनेजमेंट और इससे संबद्ध क्षेत्रों का अध्ययन कराया जाता है, जिसकी अवधि तीन वर्ष की है।

बैचलर ऑफ एलिमेन्ट्री एजुकेशन
इस कोर्स की अवधि चार वर्ष की है। इसमें छात्रों को प्राथमिक विद्यालय शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिए योग्य बनाया जाता है।

डिप्लोमा इन एलिमेन्ट्री एजुकेशन
इस कोर्स की अवधि दो वर्ष की है। कोर्स देश में विभिन्न राज्यों के प्राथमिक/ उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सेवा अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाता है।

बैचलर ऑफ वोकेशन
इस कोर्स में सॉफ्टवेयर विकास, मोटर वाहन विनिर्माण, लागू कला, इंटीरियर डिजाइन जैसे विषयों का अध्ययन कराया जाता है। इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की है।

सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउटेंट
यह इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स द्वारा प्रबंधन लेखांकन में उच्चतम कोर्स है। इसकी अवधि ३ वर्ष है।

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