अगर आपको आगे नहीं पढऩा है, तो कैम्पस प्लेसमेंट में अपीयर होकर जॉब कर सकते हैं। यह सबसे सिक्योर ऑप्शन है। दूसरा ऑप्शन है, ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) पास करके आइआइटी या एनआइटी से एमटेक कर सकते हैं। इसमें भारत सरकार की ओर से 12 हजार 400 रुपए हर महीने स्टाइपंड भी दिया जाता है। तीसरा ऑप्शन आप कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) क्लीयर कर आइआइएम सहित दूसरी बिजनेस स्कूलों से एमबीए कर सकते हैं।
चौथा ऑप्शन आप सिविल सर्विस की तैयारी कर सकते हैं। अक्सर ये देखने में आता है कि यूपीएससी की मेरिट लिस्ट में टॉप 10 रैंक में बीटेक इंजीनियर्स ही ज्यादा आते हैं। कई तरह के जॉब ओरिएंटेड शॉर्ट टर्म एवं डिप्लोमा कोर्स बीटेक के बाद किए जा सकते हैं। इनमें रोबोटिकस, इथिकल हैकिंग प्रमुख है। बीटेक के बाद दूसरे ऑप्शंस जैसे सरकारी नौकरी में जा सकते हैं। भारत सरकार के पीएसयू जैसे ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, रेलवे, मेट्रो, दूरदर्शन आदि भी अच्छे विकल्प हैं।
बीएससी के बाद ऑप्शन कम
अगर बीएससी के बाद कॅरियर ऑप्शंस की बात करें तो एमएससी, बीएड करके टीचर व लेक्चरर लग सकते हैं। इसमें 12वीं के बाद (3+2+2) सात साल और लग जाएंगे और प्राइवेट कॉलेजों में करीब 3 लाख पैकेज मिल पाता है। दूसरे ऑप्शंस में बैंकों में क्लर्क की नौकरी, प्राइवेट कंपनीज में नॉन टेक्निकल जॉब्स ले पाते हैं। वे आइएएस, आरएएस में अपीयर तो हो सकते हैं, लेकिन बीएससी पास का सलेक्शन रेश्यो ना के बराबर होता है। राज्य सरकार ने भी बीएससी (पीसीएम) को तकनीकी डिप्लोमा के बराबर ही माना है।
लीप से भी बीटेक सैकंड में एडमिशन के लिए बीएससी या डिप्लोमा होल्डर दोनों ही बराबर एलिजिबल है। इस माध्यम से बीटेक करने में (3+3) छह साल लग जाएंगे, जहां अगर हम सीधे 12वीं के बाद एडमिशन लेते हैं, तो चार साल ही लगेंगे। इस तरह अगर हम 12वीं पास करने के बाद कॅरियर ऑप्शन्स में बीएससी एवं बीटेक का विश्लेषण करें, तो देखने को मिलेगा कि बीटेक करने पर अच्छी बड़ी पोस्ट तक जा सकते हैं और पैकेज भी औसतन 3 लाख से लेकर एक करोड़ तक हो सकता है।
बीएससी करने पर बीटेक के मुकाबले छोटी पोस्ट तक ही जा पाएंगे और एंट्री लेवल पर सालाना पैकेज भी 1.20 लाख से लेकर 2 लाख तक ही मिल सकता हैं। बीटेक पास बीएससी पास के लिए उपलब्ध सभी पोस्ट पर लग सकता हैं, लेकिन बीएससी पास बीटेक के लिए उपलब्ध सभी पोस्ट पर नही लग सकता है। बीटेक स्टूडेंट ज्यादा प्रोडक्टिव होता है।