नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में बुधवार को जामिया विश्वविद्यालय में ‘जामिया टीचर्स एसोसिएशन’ ने एक मार्च निकाला। इस प्रदर्शन में जामिया से जुड़े 200 से ज्यादा प्रोफेसर व शिक्षक शामिल हुए और कहा कि वे नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों के साथ हैं। जामिया की प्रोफेसर सोनिया गुप्ता ने कहा कि इतनी डिग्रियां लेने के बावजूद हम चुपचाप नहीं बैठे रह सकते। हम किसी चीज से सहमत हो सकते हैं या फिर असहमत लेकिन हम उस पर अपने विचार जरूर प्रकट करेंगे। पुलिस ने जामिया छात्रों पर इसलिए हमला किया क्योंकि वे शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के खिलाफ अपने विचार प्रकट कर रहे थे।
सीएए के खिलाफ मद्रास विश्वविद्यालय के छात्रों का धरना जारी
मद्रास यूनिवर्सिटी (Madras University) के 20 छात्रों के समूह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) (CAA) के खिलाफ बुधवार की रात परिसर में धरना जारी रखने की योजना बनाई है। एक छात्र ने यह भी कहा कि अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने (Actor Kamal Haasan) थोड़ी देर के लिए उनसे मुलाकात की। एम.ए. (राजनीति शास्त्र) द्वितीय वर्ष के छात्र के. कार्तिकेयन ने कहा, हमने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में परिसर में अपनी दूसरी रात बिताने का फैसला किया है। हमारी शुरुआती योजना 48 घंटे के प्रदर्शन की थी और यह गुरुवार को सुबह 11 बजे समाप्त होगा।
कार्तिकेयन ने कहा, हमें अपने विरोध प्रदर्शन के अगले कदम के बारे में फैसला लेना है। यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल बंद कर दिया है और छात्रों से कड़ाई से उनके हॉस्टल कमरों को खाली करने को कहा है। हॉस्टल में करीब 800 छात्र हैं। उसके अनुसार, पुलिस परिसर के बाहर व अंदर मौजूद है। कार्तिकेयन ने कहा, कमल हासन ने हमसे कहा कि वह हमें कोई सुझाव देने नहीं आए हैं। वह यहां आए और थोड़े समय के लिए हमसे मिले।
एमएनएम संस्थापक कमल हासन को यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने छात्रों से गेट के बाहर खड़े होकर बातचीत की। इस बीच, मद्रास यूनिवर्सिटी ने 23 दिसंबर तक की छुट्टी घोषित कर दी है। इससे पहले, विश्वविद्यालय ने क्रिसमस और नए साल के सीजन के कारण 24 दिसंबर से एक जनवरी के बीच छुट्टी घोषित की थी।