बता दें कि आंध्र प्रदेश में पहला मेडिकल कॉलेज 1920 में केजीएच विशाखापत्तनम बनाया गया था। तब से लेकर आंध्र प्रदेश में कुल 10 शिक्षण मेडिकल कॉलेज बने। लेकिन कोरोना संकट के बाद एक ही झटके में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आंध्र की तस्वीर बदलने वाली है। यह निर्णय जगन मोहन रेड्डी सरकार ने कोरोना संकट के दौरान आम लोगों के लिए मेडिकल सेवाओं कमी का अहसास होने के बाद लिया है। कोरोना काल में अन्य राज्यों की तरह सीएम जेएम रेड्डी को अपने गृह राज्य आंध्र प्रदेश में भी चिकित्सा कर्मचारियों की कमी खली है। इसलिए उन्होंने 16 नए मेडिकल कॉलेज (
Medical college ) बनाने का निर्णय लिया है ताकि आपात स्थिति में आम लोगों को मेडिकल सेवाओ के अभाव से दो—चार न होना पड़े। यह कदम अगामी वर्षों में आपात स्थिति के समय लोगों को मेडिकल सुविधा मुहैया कराने के मकसद से उठाया गया है।
इन शहरों में बनेंगे नए मेडिकल कॉलेज आंध्र प्रदेश में 16 नए कॉलेज अलग-अलग शहरों में बनाए जाएंगे। इन शहरों में पुलिवेंदुला, पडेरू, मछलीपट्टनम, विजयनगरम, अनाकापल्ली, राजमुंदरी, अमलापुरम, पलाकोल्लू, एलुरु, बापटला, मरकापुरम, मदनपल्ली, पेनुकोना, नंद्याल और अडोनी शामि हैं। 16 नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण से सरकारी खजाने पर अनुमानित कुल 7880 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा सरकार प्राथमिक से तृतीयक स्तर तक राज्य में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कुल 16,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करने का काम करेगी। इसके साथ ही सीएम जगन मोहन रेडडी निजी क्षेत्र को भी प्रोत्साहित करने की योजना पर काम कर रही है। निजी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए सरकार मुफ्त जमीन देने के लिए तैयार है। अगले 3 वर्षों में कम से कम 100 करोड़ के निवेश के साथ कई स्पेशलिटी/सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनेंगे।
Web Title: Andhra Pradesh CM Jagan Mohan Reddy Will Lay Foundation Stone Of 16 Medical Colleges