एड्वाइजरी में आगे कहा गया है कि छात्र जब भी होस्टल से बाहर निकलें तो उचित पोशाक में कदम बाहर रखें। छात्र कुर्त पायजामा के नीचे चप्पल पहनकर भी होस्टल के बाहर नहीं जा सकते। यह नियम भोजनालय, कॉमन रूम और वाचनालय में जाने पर भी लागू होगा। बर्मूडा, शॉर्ट और चप्पलों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। महत्वपूर्ण अवसरों और यूनिवर्सिटी के कार्यक्रमों में काली शेरवानी या कुर्ता पायजामा पहनना अनिवार्य है।
एड्वाइजरी में जिन अन्य परंपराओं को शामिल किया गया है वे हैं भोजनालय के परिचर को ‘मियां’ या ‘भाई’ कहकर बुलाना, होस्टल के साथी को ‘पार्टनर’ बुलाना, अगर सीनियर स्टुडेंट के साथ जूनियर भोजन कर रहा है तो उसका बिल सीनियर भरेगा और जो भी मिलने आए, उन्हें जाते वक्त चाय पिलाई जाए। एड्वाइजरी में और जिन नियमों को शामिल किया गया है वे हैं, किसी कमरे में अंदर जाने से पहले दरवाजे को खटखटाएं और घर से लाई गई खाद्य सामग्री को साथियों के साथ मिलकर खाना।
यह एड्वाइजरी होस्टल अध्यक्ष सदफ जैदी की ओर से जारी की गई है। यह एड्वाइजरी सर शाह सुलेमान हॉल स्थित होस्टल में रहने वाले छात्रों के लिए जारी की गई है। सर शाह सुलेमान हॉल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के सबसे पुराने हॉल में से एक है। इस हॉल में करीब ६५० स्टुडेंट्स रह सकते हैं।