क्या है भुवनेश्वर IIT और (AIIMS का उद्देश्य ?
यह प्रयास क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य और रोग उपचार में वर्तमान चुनौतियों का समाधान खोजने में सहायता करेगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य देखभाल में अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग से रोगों के निदान और उपचार में अत्यधिक अनुवाद संबंधी मूल्य होंगे। करमलकर ने कहा कि आईआईटी भुवनेश्वर और एम्स के कई फैकल्टी पिछले कुछ समय से संभावित आपसी साझेदारी पर विचार कर रहे थे।
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रिसर्च सेंटर
इमेज आधारित डायग्नोसिस, एआई, डेटा साइंस स्मार्ट स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली और इस संबंध में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा आईआईटी भुवनेश्वर के निदेशक श्रीपद कर्मालकर के मुताबिक ‘सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी’ नामक एक उन्नत अनुसंधान की योजना बनाई गई है। इसमें बड़े पैमाने पर बायोमेडिकल सिग्नल प्रोसेसिंग, इमेजिंग के लिए डिटेक्टर निर्माण, डिजाइन सामग्री के लिए बायो ट्रैकर और बायोसेंसर विकास शामिल होंगे।
आपको बता दे की 7 जनवरी को, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एम्स भुवनेश्वर के चौथे वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लेने के दौरान अपने कैबिनेट सहयोगी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से आईआईटी भुवनेश्वर के सहयोग से एम्स भुवनेश्वर में दोहरी डिग्री कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया था।