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Success Story: एक घंटे का टफ इंटरव्यू और कई कठिन सवाल, छात्रा ने कहा- गूगल में नौकरी मिलना किसी सपने से कम नहीं 

Success Story: लड़कियों के लिए अपने माहौल से निकलकर करियर में कुछ हासिल करना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं। कुछ ऐसी ही कहानी है नोएडा की रहने वाली ईशा सिंह की, जिन्हें गूगल में काम करना का अवसर प्राप्त हुआ है।

नई दिल्लीAug 29, 2024 / 11:35 pm

Shambhavi Shivani

Success Story: लड़कियों के लिए अपने माहौल से निकलकर करियर में कुछ हासिल करना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं। खासकर तब जब वो वहां पहुंचीं हों जहां पहुंचना कई लोगों का सपना होता है। कुछ ऐसी ही कहानी है नोएडा की रहने वाली ईशा सिंह की, जिन्हें गूगल में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ है। जी हां, नोएडा की रहने वाली ईशा जोकि एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट हैं, वो अब गूगल के साथ काम करेंगी। 

कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही हैं ईशा (Success Story)  

ईशा सिंह कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। अब उन्हें गूगल में इंटर्नशिप के लिए सेलेक्ट किया गया है। ईशा को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग समर इंटर्नशिप 2025 के लिए गूगल ने चुना है। उन्होंने खुद अपनी इंटर्नशिप की जानकारी दी और पूरी प्रक्रिया को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर सभी के साथ शेयर किया।
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चुनौती भरा रहा इंटरव्यू (Google Internship)

ईशा ने कहा कि इस प्रक्रिया की शुरुआत जून महीने में हुई थी। जब ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सैल ने छात्रों को ईमेल के जरिए गूगल समर इंटर्नशिप के लिए फॉर्म भेजा था। ईशा ने भी इस फॉर्म को भरा था और इसके बाद उन्हें वर्चुअल करियर टाॅक के लिए एक लिंक आया था। इसके बाद उन्होंने जुलाई में ऑनलाइन असेसमेंट दिए थे, जो कि इस प्रोसेस का सबसे मुश्किल हिस्सा था। इंजीनयरिंग छात्रा ने इस पड़ाव को पास कर लिया था। इसके बाद फाइनल सेलेक्शन के लिए दो इंटरव्यू राउंड लिया गया। हर एक पड़ाव ईशा के लिए चुनौती भरा था। 
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छात्रा ने बताया कि पहला इंटरव्यू ( Interview For Google Internship) लगभग 50 मिनट तक चला, जिसमें उनसे डाटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिथम के दो प्रश्न पूछे गए थे। दूसरा इंटरव्यू लगभग 45 मिनट तक चला, जिसमें टेक्निकल प्रश्न पूछे गए। वहीं जब फाइनल सेलेक्ट हुए छात्रों को लिस्ट आई तो उसमें ईशा का नाम भी शामिल था। 

गूगल के साथ काम करना किसी सपने से कम नहीं (Success Story)

ईशा ने बताया कि यह उनके लिए किसी सपना पूरा होने से कम नहीं। उन्हें कभी नहीं लगा था कि वह अपने जीवन का यह इंटरव्यू पास कर पाएंगी। ईशा की ये सफलता सिर्फ उनकी सफलता नहीं बल्कि उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा है जो अपने हालातों से लड़कर एक सपना देख रही हैं और उसे पूरा करने की जद्दोजहद में हैं। 

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