50 फीसदी टीचर्स बिना अनुबंध नौकरी में रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी स्कूलों में अनियमित भर्ती और प्राइवेट स्कूलों में लचर रोजगार शर्तों के कारण शिक्षण कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कई राज्यों के प्राइवेट स्कूलों में 50 फीसदी ऐसे शिक्षक पढ़ा रहे हैं, जिनकी सेवाओं के लिए कोई लिखित अनुबंध नहीं है। टीआइएसएस की अध्यक्ष और रिपोर्ट की मुख्य लेखक पद्मा एम. सारंगपानी ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों की मांग और आपूर्ति की नीति बनाने में मदद मिल सकती है।
रिपोर्ट की खास बातें 1. 35 फीसदी गणित के शिक्षकों के पद सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में खाली। 2. 36 फीसदी सरकारी और 65 फीसदी प्राइवेट स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की कमी। कला और संगीत के शिक्षकों की कमी सबसे ज्यादा।
3. 8 राज्यों के प्राइमरी स्कूलों में 46 फीसदी शिक्षकों में ही पर्याप्त पेशेवर योग्यता।