मोदी सरकार की नकामी
मोदी सरकार ने आम जनता से काले धन को लेकर बड़े-बड़े वादे तो कर दिये लेकिन कर कुछ नहीं पाई । मोदी सरकार के नाक के नीचे ही भारतीयों और भारतीय कंपनियों ने पिछले साल स्विस बैंकों पैसे जमा किये इस जामा रकम में करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है अब स्विस बैंक में जमा पैसा 7000 करोड़ रुपये पहुंच चुका है। जो की 2016 के मुकाबले काफी ज्यादा है। 2016 में स्विस बैंकों में जमा धन में काफी गिरावट आई थी। जिसके कारण भारत 88वें स्थान पर पहुंच गया था। 2015 में भारत 75वें, जबकि 2014 में 61वें पायदान पर था। इस मामले में भारत की सबसे ऊंची 37वीं रैंक 2004 में थी।
काले धन पर कुछ नहीं कर पाई सरकार
जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तब मोदी सरकार ने कहा था की स्विस बैंक में जमा काले धन के खिलाफ हम न सिर्फ कड़ी करवाई करेगें बल्कि सारा पैसा वापस भी लेकर आयेगे ऐसे में पैसा तो वापस आया नहीं बल्कि जमा राशी में बढ़ोतरी जरूर हो गई। अब सरकार का स्विस बैंक में जमा धन को लेकर ये कहना है की वो धन काला नही सफेद है। स्विस बैंक में किस-किस के खाते है मोदी सरकार ये तक जानने में नकाम रही। अब जब सत्ता में ये मोदी सरकार का आखिरी साल है तो शायद ये कहना गलत नहीं होगा की सरकार काले धन पर जनता के साथ सिवाय मजाक के और कुछ करती नजर नहीं आई।