90 हजार करोड़ से नीचे रहा कलेक्शन
कोविड के कारण पिछले कुछ महीनों से बाधित आर्थिक गतिविधियों का असर सरकार के कर संग्रह पर पड़ा है और जुलाई में जीएसटी कलेक्शन में एक लाख करोड़ रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर से काफी नीचे गिरकर 87,422 करोड़ रुपए रहा। जुलाई का का जीएसटी कलेक्शन पिछले वर्ष के कलेक्शन के मुकाबले का 84 फीसदी है, जबकि मौजूदा वित्त वर्ष के अप्रैल और मई के महीनों की तुलना में बेहर है। क्योंकि कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों के गंभीर रूप से बाधित होने के कारण उन दो महीनों में जीएसटी संग्रह अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था।
चार महीनों में जून में रहा सबसे बेहतर कलेक्शन
मौजूदा वित्त वर्ष के बीते चार महीनों यानी अप्रैल, मई, जून और जुलाई के महीनों की बात करें तो सबसे बेहतर जीएसटी कलेक्शन जून के महीने में देखने को मिला। जब आंकड़ा 90 हजार करोड़ रुपए के पार चला गया। अनलॉक के बाकी फेज धीरे-धीरे खुलने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि जुलाई में कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के करीब जाएगा। लेकिन वो जून के मुकाबले और कम हो गया है। अगर चारों महीनों के कलेशन की बात करें तो अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 32,294 करोड़ रुपए देखने को मिला था जो बीते वित्त वर्ष की समान अवधि का 28 फीसदी था। मई में जीएसटी संग्रह 62,009 करोड़ रुपए था, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के राजस्व संग्रह का 62 फीसदी था। वहीं जून में जीएसटी संग्रह 90,917 करोड़ रुपए पहुंच सका।
आखिर क्या है कारण
वित्त मंत्रालय की ओर से आए बयान के अनुसार पिछले महीने जून का रेवेन्यू मौजूदा महीने से अधिक था। हालांकि यह ध्यान देने वाली बात यह है कि बड़ी संख्या में टैक्सपेयर्स ने फरवरी, मार्च और अप्रैल 2020 के टैक्स का भुगतान जून में किया। यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि पांच करोड़ रुपए से कम के कारोबार वाले टैक्सपेयर्स सितंबर 2020 तक रिटर्न फाइल करने में लगातार छूट की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। ऐसे में जुलाई का टैक्स कलेक्शन जून के मुकाबले कम देखने को मिल रहा है।
किस मद में कितना हुआ कलेक्शन
– कुल जीएसटी में सीजीएसटी 16,147 करोड़ रुपए रहा।
– एसजीएसटी कलेक्शन 21,418 करोड़ रुपए देखने को मिला।
– आईजीएसटी संग्रह 42,592 करोड़ रुपए (इसमें वस्तुओं के आयात पर संग्रहित 20,324 करोड़ रुपये भी शामिल है) था।
– सेस कलेक्श 7,265 करोड़ रुपए (वस्तुओं के आयात पर कलेक्टिड 807 करोड़ रुपए शामिल) था।
– सरकार ने नियमित निपटान के रूप में आईजीएसटी से 18,838 करोड़ रुपए के एसजीएसटी और 23,320 करोड़ रुपए के सीजीएसटी का निपटारा।
– केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को मिले कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 39,467 करोड़ रुपए और एसजीएसटी के लिए 40,256 करोड़ रुपए हैं।