घाटे के सेक्टर से टैक्स रिकवरी भी कम ।
घाटे वाली कंपनियां कीमतें बढ़ाएंगी।
खर्च घटाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी।
इन तीन चीजों पर असर-
1 – ऑटोमोबाइल-
28.1 प्रतिशत वाहनों की खरीदारी में गिरावट मार्च, 20 के मुकाबले अप्रेल, 21 में ।
11.85 लाख अप्रेल, 21 में, जबकि मार्च, 20 में 16.49 वाहनों का रजिस्ट्रेशन ।
पैसेंजर, दोपहिया व कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में ज्यादा गिरावट।
2- एविएशन –
63 प्रतिशत फ्लाइट के यात्रियों की संख्या अप्रेल, 2021 में घटने का अनुमान।
35 फीसदी तक कुल उड़ानों की संख्या कम हुई पूरे देश में ।
30-50 फीसदी तक कर्मचारियों की छंटनी हुई कंपनियों में ।
3 – एमएसएमई –
30 प्रतिशत के करीब जीडीपी में एमएसएमई सेक्टर का योगदान ।
11 करोड़ लोगों को रोजगार व 40 फीसदी से अधिक एक्सपोर्ट ।
ये चुनौतियां –
खुदरा, भवन निर्माण, दुकान कारोबार प्रभावित
माल की ढुलाई घटने से उत्पादन पर भी असर
30% से ज्यादा मजदूरों की घर वापसी
पहली लहर में-
20.97 लाख करोड़ रुपए का पैकेज 2020 में जारी ।
5 चरणों में घाटे वाले सभी प्रमुख सेक्टर्स को राहत दी ।
लोन मोराटोरियम व लोन री-स्ट्रक्चरिंग की सुविधा दी ।