भारत बांड ईटीएफ से करीब 10,000 करोड़ रुपए जुटाए गए हैं। जबकि ईटीएफ का दूसरा ऑफर मूल रूप से 3,000 करोड़ रुपए का था। हालांकि ये सरकार के लक्ष्य से कम है ( सरकार 14000 करोड़ टार्गेट कर रही थी ) लेकिन खुद निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव ने एक ट्वीट में कहा कि भारत बांड ईटीएफ की दूसरी सीरीज को बेजोड़ प्रतिक्रिया मिली। आपको बता दें कि ईटीएफ ( Bharat Bond ETF ) से जुटी राशि का प्रबंधन एडलवाइस असेट मैनेजमेंट करती है।
आखिरी मौका सरकार की इस स्कीम में निवेश का, जानें क्यों है इतनी खास
पैसा कहां होगा निवेश- ये पैसा सरकार AAA रेटिंग वाली कंपनियों में लगाएगी लेकिन फिर भी आपकी जानकारी के लिए बता दें किय निवेशकों का पैसा पीएफसी (PFC), आरईसी (REC), पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन (Power Grid Corporation of India), नेशनल हाउसिंग बैंक (National Housing Bank), आईओसी (IOC), नाबार्ड (National Bank for Agriculture & Rural Development), एचपीसीएल (Hindustan Petroleum Corporation), एनएचपीसी (NHPC) पावर ग्रिड कॉरपोरेशन (Power Grid Corporation), नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (National Highways Authority of India), न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Nuclear Power Corporation of India) जैसी कंपनियों में लगाया जाएगा।
कितने दिन में होगा मैच्योर- ये बांड्स ( Govt Bonds ) मैच्योरिटी ऑप्शन के साथ आते हैं । पहला विकल्प 5 साल में मैच्योर होने वाले बॉन्ड का है। दूसरा 11 साल में यानि 5 साल वाला बांड 2025 और दूसरा 2031 में मैच्योर होगा।