इससे पहले भी कई देशों का वापस ले चुका है दर्जा
आपको बता दें कि अमरीका के 5.6 अरब डॉलर के भारतीय निर्यात के लिए जीएसपी दर्जा वापस लेेने का मतलब ये नहीं है कि जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस खत्म हो गई है। वहीं, एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमें यह नहीं मानना चाहिए कि अमेरीका ने भारत के लिए जीएसपी को खत्म कर दिया है क्योंकि अमरीका पहले भी कई देशों के साथ ऐसा कर चुका है, लेकिन बाद में अमरीकी सरकार के द्वारा जीएसपी को फिर से बहाल कर दिया गया है। तो हो सकता है कि एक बार फिर अमरीका अपना फैसला बदल ले और भारत के दर्जे को बहाल कर दे।
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पहले भी बहाल कर चुका है GSP दर्जा
अमरीका पहले अर्जेंटीना, लाइबेरिया और म्यांमार जैसे कई देशों से जीएसपी दर्जा वापस ले चुका है, लेकिन बाद में सरकार ने अपना फैसला बदल लिया और उस दर्जे को फिर से बहाल कर दिया। इन देशों के मामले में अमरीका ने कहा कि जब हमने इन देशों का दर्जा खत्म किया तो इन देशों ने तुरंत ही मार्केट एक्सेस के मामले में पर्याप्त सुधार किया, जिसके बाद हमने उस देश के दर्जे को वापस कर दिया।
भारत को GSP वापस होने का है अफसोस
मोदी सरकार के वापस आने के बाद सभी को उम्मीदें थीं कि भारत और अमरीका के संबध और भी अच्छे होंगे। हाल ही में भारत और अमरीका के बीच ट्रेड पैकेज को लेकर भी बातचीत चल रही थी। इस बातचीत के बीच में अमरीका सरकार के इस कदम से भारत को काफी नुकसान होगा और भारत को उसका जीएसपी दर्जा वापस होने का अफसोस भी है, लेकिन भारत ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या वह जीएसपी को बहाल करने की मांग करेगा?
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अधिकारी ने दी जानकारी
एक अधिकारी ने बातचीत में बताया कि हम इस बारे में सोचेंगे और उसके बाद में ही कोई ठोस कदम उठाएंगे क्योंकि हमारे सामने कई मामले ऐसे हैं, जिनमें हम देशहित के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते हैं। हम हमेशा चाहेंगें कि दोनों देशों के संबध हमेशा अच्छे बने रहें। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अमरीका ने भारत में मेडिकल डिवाइसेज की कीमतों को सीमित रखने पर भी सवाल उठाया है। इस पर उन्होंने कहा कि हम भारत के लोगों को महंगी मेडिकल सर्विस उपलब्ध करा कर देश की जनता को परेशान नहीं कर सकते हैं। वहीं, ट्रेड मामलों के दिल्ली के एक एक्सपर्ट ने बताया कि अभी यह कहना मुश्किल है कि जीएसपी फिर से बहाल होगी या नहीं। इस मामले में भारत को काफी सावधानी बरतनी होगी क्योंकि जीएसपी के लिए उसे कड़ी शर्तों का पालन करना होगा।
क्या होता है GSP दर्जा?
GSP यानी जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज। यह अमरीका द्वारा अन्य देशों को व्यापार में दी जाने वाली तरजीह की सबसे पुरानी और बड़ी प्रणाली है। बता दें कि इसकी शुरुआत 1976 में विकासशील में आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिए की गई थी। इस प्रणाली में जिन बी देशों को जीएसपी का दर्जा प्राप्त होता है वो देश बिना किसी शुल्क के अमरीका से सामान को निर्यात कर सकते हैं। यह छूट अमरीका द्वारा उन्ही देशों को दी जाती है, जिसके पास जीएसपी का दर्जा होता है। भारत 2017 में जीएसपी कार्यक्रम का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है। वर्ष 2017 में भारत ने इसके तहत अमेरिका को 5.7 अरब डॉलर का निर्यात किया था। अभी तक लगभग 129 देशों को करीब 4,800 गुड्स के लिए GSP के तहत फायदा मिला है।
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