हरे या नीले रंग के कपड़े इस लिए पहनते हैं डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारी
1. ऑपरेशन थिएटर में हरे और नीले रंग के कपड़े पहनने के पीछे की पहली वजह ये हैं कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों को काफी देर तक खून देखना पड़ता है। लंबे वक्त तक लाल रंग को देखने की वजह से इंसान की आंखों पर काफी जोर पड़ता है।
1. ऑपरेशन थिएटर में हरे और नीले रंग के कपड़े पहनने के पीछे की पहली वजह ये हैं कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों को काफी देर तक खून देखना पड़ता है। लंबे वक्त तक लाल रंग को देखने की वजह से इंसान की आंखों पर काफी जोर पड़ता है।
2. आँखों पर जोर पड़ने के कारण डॉक्टर ऑपरेशन या सर्जरी पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। ऐसा होना ऑपरेशन के वक्त मरीज के लिए घातक हो सकता है। ऐसे में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की नजरें लाल रंग के अलावा हरे या नीले रंग के कपड़ो पर भी जाती रहती है, जो काफी सुकून देती है।
3. ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टर व नर्सों को एकाग्रता की जरूरत होती है। ऐसे में हरा व नीला कलर आंखों को आराम देने में मददगार साबित होते हैं। 4. ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों के हरे व नीले रंग के कपड़े पहनने की एक वजह यह भी है कि सर्जरी के समय खून व मानव शरीर के अंदरूनी अंगों को देखकर डॉक्टर व नर्स मानसिक तनाव में आ सकते हैं, ऐसे में हरा व नीला रंग उनके मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है।
5. इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी जुड़ा हुआ है। विज्ञान के अनुसार इंसान का शरीर ही ऐसा बना है कि लाल, हरा व नीला इन तीनों रंगों को आसानी से देखने में सक्षम है। लेकिन सभी रंग सूरज की रोशनी के साथ मिलकर अलग रंग का निर्माण करते हैं, जिन्हें आसानी से हमारी आंखे पकड़ लेती हैं।
6. सर्जरी के दौरान ऑपरेशन थिएटर में कई तरह की लाइटें जलाई जाती हैं। ऐसे में किसी तरह का भ्रम ना हो इससे बचने के लिए डॉक्टर हरे और नीले कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं।
7. हरे और नीले के अलावा दूसरे रंग के कपड़े इस लिए भी नहीं पहने जाते क्योंकि ये रंग आंखों को उतना नहीं चुभते हैं जितना कि लाल व पीला रंग। 8. सिर्फ डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारियों के हीं नहीं, बल्कि अस्पताल के पर्दों में भी हरे या नीले रंग होते हैं। दरअसल, मरीजों की आंखों को भी सुकून की जरूरत होती है, इस वजह से अस्पतालों में हरे व नीले रंग के पर्दे लगाए जाते हैं।
9. हरे और नीले रंग के कपड़ों का ट्रेंड 1914 से शुरू हुआ। इससे पहले डॉक्टर्स और हॉस्पिटल के सभी कर्मचारी सफेद कपड़े ही पहना करते थे। 10. 1914 में एक जाने-माने सीनियर डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान सफेद के बजाए हरे रंग के कपड़े पहने थे, जिसके बाद से ही ये प्रचलन में आ गया।
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