10 पॉइंट्स में समझें मीटिंग से जुड़ी अहम बातें
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में हुई मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही इससे जुड़े कुछ अन्य अहम अपडेट्स भी हैं। आइए 10 पॉइंट्स में इनकों समझे।
1. कोविड अभी नहीं हुआ है खत्म :- स्वास्थ्य मंत्री ने मीटिंग के बाद कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की ज़रूरत है।
2. हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार :- स्वास्थ्य मंत्री ने चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बारे में बात करते हुए बताया कि उन्होंने सभी को अलर्ट रहने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
3. चिंता की नहीं है ज़रूरत :- नीति आयोग के सदस्य और कोरोना के लिए बनी नेशनल टास्क फोर्स के हेड डॉक्टर वीके पॉल ने इस मीटिंग के बाद कहा कि दूसरे देशों में कोरोना के बढ़ रहे मामलों से चिंता करने और परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
4. मास्क पहनने की दी सलाह :- डॉक्टर वीके पॉल ने इस मीटिंग के बाद लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने की सलाह दी।
5. एविएशन गाइडलाइन्स में नहीं किया गया किसी तरह का बदलाव :- मीटिंग के बाद डॉक्टर वीके पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स के बारे में एविएशन गाइडलाइन्स में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
6. देश में कोरोना के मामलों की हो रही है पर्याप्त जांच :- डॉक्टर वीके पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोरोना के मामलों की पर्याप्त जांच हो रही हैं।
7. भारत जोड़ो यात्रा में कोविड प्रोटोकॉल्स का फॉलो करने के लिए कहा :- स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी और अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में कोविड प्रोटोकॉल्स को फॉलो करने के लिए कहा है। हालांकि काँग्रेस के कई नेता इसका विरोध जता रहे हैं।
8. जीनोम सीक्वेंसिंग का दिया निर्देश :- सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट की पहचान करने के लिए सभी नए मामलों के जीनोम सीक्वेंसिंग का निर्देश दिया है।
9. सभी राज्यों को भेजा गया पत्र :- हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने सभी राज्यों को पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने सभी राज्यों को अलर्ट रहने और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए गियर अप करने के लिए कहा है।
10. मिलेगी नए वैरिएंट्स की पहचान करने में मदद :- राजेश भूषण ने कहा है कि जीनोम सीक्वेंसिंग से कोरोना के नए वैरिएंट्स की पहचान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इससे पब्लिक हेल्थ के लिए ज़रूरी कदम उठाए जा सकेंगे।