1.नीम को आयुर्वेद में सेहत की खान कहा जाता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल तत्व संक्रामक रोगों से बचाने में मदद करते हैं। अगर इसकी 10-12 पत्तियों को पीसकर सुबह खाली पेट पिया जाए तो त्वचा के तमाम रोगों में लाभ होता है।
2.अगर किसी के बाल झड़ रहे हो या शरीर से पसीने की बदबू आती है तो नीम के पानी से नहाना चाहिए। 3.तुलसी के पत्तों में एंटी इफ्लामेंटरी तत्व होते हैं। अगर तुलसी के 8-10 पत्तों को पीसकर चीनी में मिलाकर लिया जाए तो लू नहीं लगती है।
4.अगर पेट में हमेशा गर्मी बनी रहती है तो रोजाना खाली पेट तुलसी के चार से पांच पत्ते चबाएं। 5.बबूल की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते है। इन्हें उबालकर इसके पानी से कुल्ला करने पर दांत और मसूड़े मजबूत होते हैं।
6.अगर किसी के फोड़े-फुंसी हो गए हो तो बबूल की पत्तियों का रस निकालकर उसे सरसों के तेल में मिलाकर लगा लें। इससे परेशानियां दूर हो जाएंगी। 7.जिन लोगों के बाल झड़ते रहते हैं उन्हें बड़ के पत्तों के दूध में नींबू का रस मिलाकर लगाना चाहिए। फिर सिर को गुनगुने पानी से धो लें। इससे बालों का झड़ना बंद हो जाएगा।
8.अगर आपको चोट लग गई हो या घाव हो गया हो तो बड़ के पत्ते को पीसकर प्रभावित जगह पर लगा लें। इससे घाव जल्द ही भर जाएगा। 9.अगर आपके पैरों में जलन होती है तो बेर की 40 ग्राम पत्ती, सफेद इलायची और 20 ग्राम मिश्री के दाने लेकर पीस लें। अब इस पेस्ट को तलवे पर लगा लें। ऐसा करने से जलन की दिक्कत दूर हो जाएगी।
10.यदि आपको लगातार दस्त आ रहें हो तो 10 से 15 बेर ले और उसे खूब चबा-चबा कर खाएं। इससे दिक्कत दूर हो जाएगी।