धूप से काली पड़ गई है त्वचा तो ये 10 घरेलू नुस्खे दूर करेंगे प्राब्लम 1.हाल ही में स्पेन की ऑटोनोमा डी मैड्रिड यूनिवर्सिटी की ओर से हुए एक रिसर्च के मुताबिक नियमित तौर पर नींद की गोलियां लेने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है।
2.नींद की गोलियां ज्यादा लेने पर शरीर को उसकी लत लग जाती है। ऐसे में दिल की धड़कन भी सामान्य से ज्यादा तेज चलने लगती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
3.गोरीए ट्रिक्स एंड गेरोनटोलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार लगातार नींद की गोलियों का सेवन करने से व्यक्ति का शरीर कमजोर हो जाता है। इससे बीमारियां व्यक्ति को अपनी चपेट में जल्दी ले लेती हैं।
4.स्पेन की यूनिवर्सिटी की ओर से हुए शोध में तनाव और
उच्च रक्तचाप से ग्रस्त करीब 752 बुजुर्गों को शामिल किया गया। जिन्हें रोजाना नींद की गोलियां दी गईं। रिसर्च में पाया गया कि लगातार ऐसा करने से उनकी हार्ट बीट ज्यादा बढ़ गई थी।
5.जर्नल Acta Psychiatrica Scandinavica में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक नींद की गोलियां लेने से अल्जाइमर होने का खतरा बढ़ जाता है।
सेहतमंद बनने के लिए खाते हैं सेब तो हो जाएं सावधान, बन सकते हैं कैंसर का शिकार 6.अल्जाइमर रोग में व्यक्ति को भूलने की बीमारी हो जाती है। इससे उसका दिमाग ठीक से काम नहीं करता है। नतीजतन वो निर्णय लेने में असमर्थ हो जाता है। 7.जो लोग स्लीपिंग पिल्स का सहारा लेते हैं उन्हें मानसिक बीमारी होने का भी खतरा रहता है। इससे उनकी याददाश्त कमजोर हो सकती है।
8.कई लोगों को चक्कर आने और उल्टी जैसा भी महसूस हो सकता है। नींद की गोलियां डिप्रेशन का कारण भी बन सकती हैं। 9.नींद की गोलियां खाने से दिमाग में खून के थक्के जम सकते हैं। जिसके चलते ट्यूमर जैसा घातक रोग हो सकता है।
10.नींद की गोलियों में मौजूद हार्ड केमिकल्स पेट की तकलीफों को बढ़ा सकते हैं। इससे पेट दर्द एवं गैस्ट्रिक आदि की समस्याएं हो सकती हैं।