1.सदाबहार के फूल में एलकालॉइड्स, एजमेलीसीन, सरपेन्टीन नामक तत्व होते हैं। ये शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। अगर सदाबहार की 7-8 पत्तियों को धोकर हल्के पानी से पीस लें। अब इसे निचोड़कर पी लें। ऐसा रोजाना करने से डायबिटीज की शिकायत दूर हो जाएगी।
2.इसमें रेर्स्पीन, विण्डोली, विनक्रिस्टीन एवं विनब्लास्टिन जैसे क्षार तत्व भी होते हैं, इसलिए ये शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को निकालने को काम करते हैं। 3.सदाबहार की पत्तियों का रस नाक और गले के संक्रमण को दूर करने में भी बहुत फायदेमंद है। क्योंकि इसमें पाया जाने वाला विंडोलीन नामक तत्व इंफेक्शन को दूर करने में मदद करता है।
4.सदाबहार की पत्तियों का रस पीने से तंत्रिका तंत्र भी ठीक रहते हैं। इससे पूरी बॉडी के पार्ट्स सुचारू तरीके से काम करते हैं। इस पौधे की जड़ों की छाल का पाउडर खाने से ब्लड प्रेशर की दिक्कत भी दूर होती है।
5.सदाबहार की पत्तियों का रस दिमागी बीमारियों को ठीक करने में भी बहुत कारगर है। इसमें मौजूद पोषक तत्व अनिद्रा, अवसाद, पागलपन और एनजाइटी जैसी बीमारियों से बचाता है। यदि किसी व्यक्ति को नींद न आने व टेंशन से सिर भारी होने की शिकायत है तो इसके एक चम्मच रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से बीमारी ठीक हो जाएगी।
6.सदाबहार का रस मांसपेशियों के खिंचाव को कम करता है। साथ ही इसके जड़ की छाल हैजा रोग फैलाने वाले वाइब्रो कोलोरी नामक रसायन को उत्पन्न होने से रोकता है। इसका रस एक दर्दनाशक के तौर पर भी काम करता है।
7.सदाबहार का पौधा अपोनसाईनसियाई परिवार का है। कनेर, प्लूमेरिया फ्रैंगीपानी, सप्तपर्णीय करौंदा, ट्रेक्लोस्पमर्म, ब्यूमेन्शया ग्रैन्डीफ्लोरा, एलामंडाकथार्टिका जैसे पौधे भी इसी प्रजाती का हिस्सा हैं। 8.सदाबहार की पत्तियों का रस महिलाओं के पीरियड्स की अनियमितता को दूर करने एवं अधिक रक्त स्त्राव की दिक्कत को दूर करने का भी काम करता है। इसके सेवन से कमजोरी से भी छुटकरा मिलता है।
9.सदाबहार की पत्तियों का रस सांप एवं बिच्छू के काटने पर जहर को फैलने से रोकने एवं घाव भरने में भी कारगर है। इसके एक चम्मच रस को पीने एवं इसे प्रभावित स्थान पर लगाने से जहर पूरे शरीर तक नहीं फैल पाता है।
10.सदाबहार के फूल का रस पीने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है। ये शरीर को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। इससे जल्दी बीमारी आपको नहीं पकड़ पाएगी।