नदी में प्रवाहित कर दें ये चीजें, नहीं सताएगा शनि का डर 1.पंडित हरिनारायण शुक्ला के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त चार मार्च को शाम 4:28 बजे है। क्योंकि सोमवार की शाम को चतुर्थी लग रही है।
2.चतुर्थी तिथि अगले दिन यानि 5 मार्च को को शाम 8 बजे तक रहेगी। इसलिए निशिता काल में पूजा का सही समय दोपहर 12:18 से लेकर दोपहर 1:07 बजे तक रहेगा।
3.फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि पर इस बार दो खास संयोग बन रहे हैं। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक इस बार की महाशिवारात्रि सोमवार को पड़ने से खास है। इसके अलावा ये श्रवण नक्षत्र में पड़ रही है।
4.पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव अर्ध रात्रि में ब्रह्मा जी के अंश के रूप में प्रकट हुए थे। तभी से ये पर्व मनाया जाता है।
बजरंगबली के इस मंदिर में लाइलाज बीमारी भी होती है चुटकियों में ठीक, जानें खासियत 5.वहीं अन्य धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती से हुआ था। इसलिए ये पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
6.महाशिवरात्रि के दिन शुभ मुहूर्त पर रुद्राक्ष की माला से ‘ओम नम: शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करें। इससे आपकी सारी मुरादें पूरी होंगी।
7.महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध, दही, घी, चंदन और शहद चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होंगे। इससे आपके सभी काम बन जाएंगे।
8.विवाह में हो रही देरी को दूर करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जनेउ चढ़ाएं और देवी पार्वती का ध्यान करें। इससे आपकी समस्या दूर होगी।
9.शिव जी को धतूरा और भांग चढ़ाएं। भोलेनाथ की कृपा से आपको जीवन में तरक्की मिलेगी।
10.महाशिवरात्रि के दिन शिव जी को आंकड़े के पुष्प चढ़ाने से लाभ होता है। इससे आपके जीवन में आ रही परेशानियां दूर होंगी।