1.देवी मां के इस अद्भुत मंदिर का नाम भादवामाता है। ये मध्य प्रदेश के नीमच जिले से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित है। 2.इस मंदिर में देवी मां चांदी के सिंघासन पर विराजमान हैं। साथ ही यहां देवी मां के नौ रूपों के दर्शन होते हैं।
3.इस मंदिर की खासियत है कि यहां एक अखंड ज्योत जलती है, जो सालों से बिना बुझे लागातार जल रही है। इस ज्वाला का रहस्य आज तक कोई नहीं जान सका है। इसे कई बार बुझाने की भी कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली।
4.भादवामाता का यह मंदिर इतना चमत्कारिक है कि यहां दर्शन मात्र से लोगों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से प्रार्थना करता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।
5.मंदिर के पुजारी के मुताबिक देवी मां का यह मंदिर बहुत से चमत्कारों से भरा है। इसी के तहत देवी मां साक्षात भक्तों को दर्शन देने आती हैं। बताया जाता है कि देवी दुर्गा इस मंदिर में रात के समय फेरे लगाने आती हैं।
6.कहा जाता है कि देवी मां हर बार अपना रूप बदलकर आती हैं। कभी वो बुजुर्ग महिला के रूप में होती हैं, तो कभी वो कन्या एवं अन्य स्वरूप में। 7.मंदिर के पुजारी के मुताबिक इस मंदिर में आने से लोगों के रोग दूर हो जाते हैं। जिन्हें कैंसर, लकवा जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं उनके दर्शन करने मात्र से कष्ट दूर हो जाते हैं। मान्यता है कि देवी मां उनके सिर पर आशीष देकर उन्हें रोगमुक्त कर देती हैं।
8.इस मंदिर से जुड़ी एक और मान्यता है इसके तहत परिसर में एक बावड़ी है। इसमें मौजूद जल को अत्यन्न पावन माना गया है। कहते हैं कि जो भी भक्त इस कुंड में स्नान कर लेता है या इस जल को पी लेता है, उसकी सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
9.देवी मां का ये मंदिर इतना अद्भुत है कि यहां आरती में इंसान समेत कुत्ता, बिल्ली, मुर्गे आदि जानवर भी शामिल होते हैं। इस मंदिर में नवरात्र में विशाल मेला लगता है। 10.बताया जाता है कि इस मंदिर में जिस भी भक्त की मन्नत पूरी होती है वो यहां जिंदा मुर्गा और बकरी छोड़कर जाते हैं।