1.कछुए को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इसलिए कछुए वाली अंगूठी पहनने से भगवान विष्णु समेत माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इससे जातक के पास हमेशा धन रहता है। 2.विष्णु पुराण के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान देवी लक्ष्मी के साथ कछुआ भी प्रकट हुआ था। इसलिए कछुए को देवी लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति की हमेशा तरक्की होती है।
3.वास्तुशास्त्र में कछुए को सकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना गया है। इसलिए कछुए वाली अंगूठी को पहनने से बीमारियों से भी बचाव होता है। 4.कछुए वाली अंगूठी को धारण करने से भाग्य वृद्धि भी होती है। इससे नौकरी और व्यापार में तरक्की की संभावनाएं बढ़ती है।
5.कछुए वाली अंगूठी पहनने से आत्मविश्वास में भी बढ़ोत्तरी होती है। क्योंकि ये सूर्य और मंगल ग्रह को बलवान बनाने में मदद करता है। 6.कछुए वाली अंगूठी शुक्रवार के दिन पहनना अच्छा होता है। इसे चांदी के धातु में धारण करना चाहिए।
7.अंगूठी पहनते समय इसे गंगाजल से धोकर शुद्ध कर लें। इस दौरान लक्ष्मी जी के बीज मंत्र का 108 बार जाप करें। 8.कछुए वाली अंगूठी को धारण करते समय उसके डायरेक्शन का ध्यान जरूर रखें। जानकारों के मुताबिक कछुए का सिर वाला हिस्सा नाखूनों की तरफ होना चाहिए।
9.कछुए वाली अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति में कछुए की भांति हर काम के प्रति धैर्य और साहस का संचार होता है। 10.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कछुए की अंगूठी को सीधे हाथ की मध्यमा या रिंग फिंगर में ही धारण करना शुभ होता है।