1.भगवान महावीर ने दुनिया को सिखाया है कि मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म अहिंसा है इसलिए उसे अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए।
2.भगवान महावीर कहते हैं कि व्यक्ति को अपने दोषों से खुद लड़ने की जरूरत है क्योंकि जो अपने दोषों से लड़कर जीत जाता है उसी की सच्ची जीत होती है।
3.हर व्यक्ति अपने लिए स्वतंत्र है साथ ही उसे अपने ऊपर नियंत्रण रखना भी बहुत जरूरी है इससे उसका जीवन सार्थक होता है।
4.अगर आपका मन प्रसन्न है तो आपको बाहर की प्रसन्नता की जरूरत नहीं है आप स्वयं ही आनंदित महसूस करते हैं।
5.अगर किसी कारण से आपको दुखी रहना पड़ता है तो इसकी वजह भी आपके भीतर ही मिलेगी उस वजह को ढूंढिए और दुख पर जीत पा सकते हैं।
राज परिवार में हुआ था स्वामी महावीर का जन्म फिर भी 30 साल की उम्र में सबकुछ छोड़कर निकल पड़े घर से और…
6.हर व्यक्ति में दूसरे व्यक्ति के प्रति दया होनी बहुत जरूरी है क्योंकि दूसरों के प्रति दया ना रखना, घृणा का भाव होना जीवन के लिए कष्टकारी होता है।
7.किसी का भला करके भूल जाए और अगर किसी ने आपके साथ बुरा किया है तो उसे भी भूल जाए इससे व्यक्ति को जीवन में उन्नति मिलती है।
8.आपके मन का लालच, द्वेष, क्रोध, घमंड और नफरत का भाव आपका सबसे बड़ा दुश्मन है इसे अपने जिंदगी से बाहर निकालें
9.भगवान महावीर का कहना है कि ईश्वर का कोई अलग स्वरूप नहीं है जीवन में सच्चाई के मार्ग ही ईश्वर की तरफ ले जाता है।
10.जीवन जितना सरल होगा उतना ही अच्छा रहेगा इसलिए सरलता से जीवन जीने की जरूरत है जिससे आपको जिंदगी में मुश्किलें परेशान नहीं करेंगी।