नेचुरल रक्त शोधक का काम करता है परवल, वजन कम करने में भी है असरदार 1.टमाटर जैसे लाल सेब लोगों को आकर्षित करते हैं। मगर सेब का अच्छा लुक देने के लिए इस पर एक कोटिंग की जाती है। ये एक तरह का वैक्स है। जो चमक बढ़ाने के साथ रंग को भी बेहतर करता है।
2.सेब की नमी को बरकरार रखने के लिए इन पर प्राकृतिक वैक्स की कोटिंग की जाती है, जो खाने के लिए सुरक्षित होती है। 3.मगर मार्केट में मिलने वाले सेबों पर केमिकलयुक्त सिंथेटिक वैक्स की कोटिंग होती है। इस पर चढ़ी मोम की परत आंतों पर बुरा असर डालती है।
4.वैक्सयुक्त सेब खाने से पेट की बीमारियां होने का डर रहता है। इससे गैस्ट्रिक, पेट फूलना आदि रोग हो सकते हैं। 5.वैक्स की परत वाले सेब खाने से कैंसर के बैक्टीरिया शरीर में फैलने लगते हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती है।
चमेली का फूल दिलाएगा कैंसर से छुटकारा, इन बीमारियों में भी है असरदार 6.वैक्स वाले सेब को खाने से संक्रामक बीमारियों का खतरा रहता है। क्योंकि ये शरीर की इम्यूनिटी को खत्म कर देता है। इससे शरीर कमजोर हो जाता है।
7.सेब पर वैक्स लगा है या नहीं इसकी पहचान के लिए सिरके और पानी के मिश्रण में एक साफ कपड़ा डुबोकर उससे सेब को साफ करें। अगर उससे मोम जैसी चीज निकलें तो समझ जाएं कि इसमें कोटिंग की गई है।
8.कोटिंग और बिना कोटिंग वाले सेब की पहचान के लिए आप सेब को बेकिंग सोडा और नींबू मिले हुए पानी में भी डूबो सकते हैं। इससे वैक्स की परत अलग हो जाएगी। 9.सेब से वैक्स की परत हटाने का सबसे आसान तरीका है, इसे हल्के गुनगुने पानी में आधे घंटे के लिए डूबो देना। इससे मोम की परत अलग हो जाएगी।
10.सेब पर वैक्स की कोटिंग की पहचान के लिए आप इसे चाकू से कूरेदकर भी देख सकते हैं। अगर सफेद पाउडर जैसा निकलें तो समझें कि इस पर मोम चढ़ाया गया है।