1. दीना काठियावाड़ी गुजराती थीं इनका जन्म 4 मार्च 1922 अमरेली, गुजरात में हुआ था। पिता इंजीनियर थे और बड़ी बहन शांता 1932 में पुणे के एक एक्सपेरिमेंटल स्कूल पढ़ीं जहां उनकी क्लासमेट इंदिरा गांधी थीं। वामपंथी गतिविधियों में शांता को शामिल होते देख पिता ने पढ़ने के लिए इंग्लैंड भेज दिया। वहां वे, इंदिरा और फिरोज करीबी दोस्त बन गए। वहीं दीना का ध्यान थियेटर की तरफ होना लगा और वो कम उम्र में ही इंडियन नेशनल थियेटर से जुड़ गईं साथ ही वो स्टूडेंट एक्टिविस्ट रहीं। बंबई में पढ़ते हुए ही जमकर थियेटर किया और इप्टा से जुड़ीं रहीं।
2.दीना काठियावाड़ी की शादी बलदेव पाठक से शादी हुई थी। उनके पति की मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर अपोलो बंडर के पास कपड़े सिलने की दुकान थी। उन्होंने राजेश खन्ना और दिलीप कुमार के कपड़े डिजाइन किया करते थे।उन्होंने ही राजेश खन्ना का गुरु कुर्ता और ऐसे अन्य कपड़े डिजाइन किए थे। दीना के पति खुद को इंडिया का पहला डिजाइनर कहते थे।लेकिन जब राजेश खन्ना की फिल्में चलनी बंद हो गईं थी तो उनका कारोबार चलना भी बंद हो गया। ये तब की बात है दुकान किराए की थी और वो जगह उनके हाथ से चली गई। 52 की उम्र में वे चल बसे।
3. नाटक ‘भवई थियेटर’ से दीना पाठक की जिंदगी में नया मोड़ आया। दीना ने अपने इन नाटकों के जरिए लोगों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ जागरूक किया। 40 के दशक में गुजरात में उनके नाटकों की धूम रहती थी। उनके प्ले ‘मेना गुर्जरी’ के लिए तो लोग सुबह 4 बजे से लोगों की लाइन लगनी शुरू हो जाया करती थी और टिकट लेने के लिए लोग घटों भर खड़े रहते थे। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि दीना का ये प्ले आज भी परफॉर्म किया जाता है।1957 में राष्ट्रपति भवन में डॉ. राजेंद्र प्रसाद के सामने इस नाटक को प्रस्तुत किया था।
4. दीना के पति के निधन के बाद दीना ने दो बच्चियों और एक बेटे के होते हुए भी काम करना नहीं छोड़ा। वे रोज सुबह काम के लिए जाती और अपनी दोनों बेटियों को अपने भाई या किसी रिश्तेंदार के पास छोड़ जाती थी। दीना ने ज्यादा समय अपनी बेटियों के साथ नहीं बिताया वहीं उनका कहना था कि जहां वो रहती थी वहां का माहौल ऐसा था कि उनकी बेटियों को दिनभर में मां की याद ही नहीं आती थी।
5. दीना पाठक की दो बिटियां है जिनका नाम रत्ना और सुप्रिया है। उनकी बेटी सुप्रिया ने नसीरुद्दीन शाह और रत्ना ने पंकज कपूर से शादी कर ली थी केतन मेहता की ‘मिर्च मसाला’ में दीना के साथ उनकी दोनों बेटियों उनके साथ और दामाद नसीरुद्दीन शाह ने काम किया था। उसी साल 1985 में शुरू हुई कॉमेडी टीवी सीरीज ‘इधर उधर’ में वे नजर आईं। इसमें उनकी दोनों बेटियां लीड रोल में थीं।
6. दीना फिल्मों की तरह असल जिंदगी में भी बड़ी कूल थी। रत्ना के बच्चों ईमाद, विवान और सुप्रिया के बच्चों सनाह, रुहान के लिए वे एक बड़ी प्यारी सी नानी थीं।
7. एक इंटव्यू के दौरान दीना की बेटी रत्ना ने बताया कि जब भी वो और सुप्रिया “बाहर निकलती थी तो मां बहुत परेशान हो जाती थी कि कहीं कुछ हो ना जाए। उनके दिमाग अजीबो गरीब ख्याल आते रहते थे कि कोई उन्हें कार से कुचल देगा।”
8. बेटी रत्ना और सुप्रिया ने बचपन से अपनी मां को थियेटर और एक्टिंग करते हुए देखा था। जिसकी वजह से उनकी दोनों बेटियों का सपना भी यही बन गया। कुछ समय बाद दीना अपनी दोनों बेटियों के साथ ही थियेटर करने लगी थीं।
9. ऐसा कहा जाता है कि बड़ी बेटी रत्ना और दीना पहले बहुत लड़ते-झगड़ते थे। कुछ भी गलत होता था तो एक-दूसरे पर इलजाम लगाते रहते थे। लड़ाई की बात पर उन्होंने कहा कि “लेकिन बाद में हमारा रिश्ता अलग तरीके का हो गया। हम दोस्त बन गईं। मैं मां से किसी भी विषय पर बात कर सकती थी। जब वे हमें छोड़कर गई तो मेरी प्यारी दोस्त बन गई थीं।”
10. दीना ने अपने करियर में तीन इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स भी किए। इनमें सबसे पहला तो काफी पहले था. उन्होंने 1969 में मर्चेंट आइवरी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘द गुरु’ में काम किया। फिर 1984 में आई निर्देशक डेविड लीन की ‘अ पैसेज टू इंडिया’ में वे बेग़म हमीदुल्लाह के कैरेक्टर में नजर आईं। 2002 में उन्होंने दीपा मेहता की फिल्म ‘बॉलीवुड हॉलीवुड’ में काम किया। इसमें उनका काम याद किया गया।