गुड़ी पड़वा के दिन कर लें ये काम, साल भर खुशियां होंगी आपके साथ 1.
ज्योतिष शास्त्रीयों के अनुसार नवरात्रि पर बोए जाने वाले जौ महज धन-धान्य की ही वृद्धि नहीं करते हैं। बल्कि इसका रंग शुभ-अशुभ का संकेत भी देते हैं।
2.ज्योतिष शास्त्री रामकृष्ण द्विवेदी के अनुसार अगर जौ का रंग नीचे से आधा पीला और ऊपर से आधा हरा है तो समझें कि आपको मेहनत का फल मिलेगा। शुरूआत में आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है, लेकिन बाद में आपको लाभ होगा।
2.अगर नवरात्रि में बोए गए जौ सफेद या हरे रंग के निकले तो इसे शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इससे देवी मां की आप पर कृपा होगी। जिससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
3.कई लोग नवरात्रि में जौ बोते हैं तो वे एकदम फसल की तरह लहलहाते हुए उगते हैं। इसे सम्पन्नता का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार ये धन की वृद्धि का संकेत होता है।
4.अगर नवरात्रि पर बोई गई जौ में जल्दी अंकुर फूटते हैं तो इसे जीवन में तरक्की का संकेत माना जाता है। कहते हैं कि इससे आपको कार्य में सफलता मिलेगी। 5.अगर जौ का रंग नीचे से पीला और ऊपर से हरा हो तो इसका मतलब है कि आपका आने वाला वर्ष मिलाजुला रहेगा। इसमें आपको सफलता और असफलताएं दोनों ही मिलेंगी। ऐसे में नवरात्रि पर देवी मां की निष्ठा से आराधना करें।
चैत्र नवरात्रि 2019 : मिलने लगे ये संकेत तो समझें मां दुर्गा की है आप पर विशेष कृपा 6.नवरात्रि पर बोए गए जौ हमें अशुभ संकेत के जरिए सतर्क भी करते हैं। जैसे- जिन घरों में बोई गई जौ जल्दी झड़ गई होती है या पीली हो जाती है तो ऐसे घरों में रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
7.जिन लोगों के यहां जौ में अंकुर देर से फूटते हैं और ये ज्यादा बढ़ नहीं पाते हैं तो माना जाता है कि व्यक्ति की जिंदगी उतार-चढ़ाव से भरी रहेगी। 8.जौ बोने को कई लोग खेत्री भी कहते हैं। खेत्री को अष्टमी व नवमी के दिन विसर्जित किया जाता है।
9.चूंकि जौ देवी अन्नपूर्णा मां का प्रतीक है, इसलिए इन्हें किसी मंदिर में अथवा पीपल व बरगद के पेड़ के नीचे रखना शुभ माना जाता है। 10.आप चाहे तो जौ को किसी नदी में भी प्रवाहित कर सकते हैं। जिस दिन घर से कलश हटाएं उस दिन शाम को किसी मंदिर में अन्न और दक्षिणा दान करें।