1. यह एक रोज की समस्या है जो हम सभी के साथ होती है। आंखों या पलकों का फड़कना बिल्कुल आम है।
2. मेडिकल की भाषा में इसे म्योकिमिया (myokymia) कहा जाता है।
3. इसमें एक ही आंख का निचला हिस्सा या पलकें प्रभावित होती हैं।
4. इससे शरीर को किसी भी तरह की कोई हानि नहीं होती है।
5. यह एक बार शुरू होकर जल्द ही बंद हो जाता है हालांकि कभी-कभार यह एक सप्ताह से लेकर महीनों तक होता है।
6. आंखों का फड़कना कई चीजों पर निर्भर करता है इनमें से एक है तनाव।
7. नशीले पदार्थों के अधिक सेवन से भी इंसान की आंखें फड़कने लगती हैं।
8. थकान और अनिद्रा भी इसके होने के पीछे की एक बड़ी वजह है।
9. कैफीन के अधिक मात्रा में सेवन से भी आंखें फड़कने लगती हैं।
10. कई बार एलर्जी के चलते भी ऐसा होता है। इसे रोकने के लिए आंखों के आसपास दिन में कम से कम पांच से छह बार 30 सेकेंड तक उंगली से हल्के से मसाज करें। इससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत होने के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है।