ठीक से नहीं साफ होता है पेट तो रोजाना पानी के साथ करें इस चूर्ण का सेवन 1.अमलास में प्रचुर मात्रा में एंटी आॅक्सिडेंट्स और एंथ्राक्विनोन (anthraquinones) नामक तत्व होते हैं। ये पेट के लिए बहुत उपयोगी साबित होते हैं। एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए अमलतास फल से निकलने वाली लुग्दी से पेट में नाभी के आस-पास लगभग 10 मिनिट तक मालिश करें। इससे गैस निकल जाएगी।
2.अगर किसी का पेट ठीक से साफ नहीं होता है तो कब्ज के एक गिलास पानी में अमलतास फल को रात में भिगो दें। अगली सुबह इस पानी को छानकर पी लें। इससे आराम मिलेगा।
3.अमलतास के बीजों से निकाले गए पाउडर को लेने से अनचाहे गर्भ से छुटकारा मिलता है। ये गर्भ को ठहरने नहीं देता है। 4.अमलतास की पत्तियों को पीसकर घाव पर लगाने से चोट जल्दी ठीक हो जाती है। इससे नई कोशिकाएं बनने में मदद मिलती है।
5.अमलतास की पत्तियों में राइन और सेनोसाइड्स ए और बी (rhein and sennosides A and B) होते हैं। इसलिए ये स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है। इसकी पत्तियों को पीसकर उसका लेप प्रभावित जगह पर लगाने से दाद, खाज, खुजली एवं अन्य त्वचा रोगों से छुटकारा मिलेगा।
डायबिटीज और कैंसर समेत दूसरी बीमारियों को देना है मात तो करें इस जड़ी बूटी का सेवन 6.अमलतास फलों के पल्प को हरद और 10 ग्राम मुनक्के के साथ पानी में उबालें। अब इसे छानकर थोड़ा ठंडा करके पी लें। इससे बवासीर की दिक्कत दूर होगी।
7.अमलतास के खांसी कम करने वाले गुण कोडेन फॉस्फेट के समान कार्य करते हैं। इसे देसी घी में पकाकर खाने से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है। 8.बकरी के दूध और अमलतास की पत्तियों की राख को मिलाकर सिर पर लगाने से बाल घने हो जाते हैं। इससे गंजेपन की समस्या भी दूर होती है। आप चाहे तो इसे घनी आइब्रो और पलकें पाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
9.अमलतास की जड़ का काढ़ा पीने से बुखार कम हो जाता है। ये एंटी बॉयोटिक की तरह काम करता है। इससे दर्द से भी आराम मिलता है। 10.अमलतास के पौधे की छाल के अर्क का सेवन करने से मधुमेह रोग से छुटकारा मिलता है। ये इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करता है।