1.राजस्थान में स्थित मेंहदीपुर बालाजी का मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं। मान्यता है कि जिन लोगों पर भूत-पिशाच का साया है, यहां आते ही सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें सुपारी, धन लाभ समेत होंगे ये 10 फायदे 2.काठमांडु के रॉयल पैलेस में स्थित हनुमान ढोका नामक मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति लाल रंग के चोले से ढकी रहती है। साथ ही सिर पर छतरी रहती है। यह मूर्ति काफी प्राचीन है। इसका निर्माण साल 1672 में हुआ था। समय के साथ रखरखाव की कमी के चलते बजरंगबली की मूर्ति से उनका चेहरा नष्ट हो गया है।
3.शिमला में करीब 8500 फीट ऊंचाई पर स्थित जाकू मंदिर की भी काफी मान्यता है। कहते हैं ये मंदिर रामायाण काल से बना हुआ है। यहां दर्शन करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।
4.गुजरात में स्थित हनुमान दंडी मंदिर में बजरंगबली मकरध्वज के साथ मौजूद हैं। मान्यता है कि मंदिर में मकरध्वज की मूर्ति हनुमाजन जी के मुकाबले पहले छोटी हुआ करती थी, लेकिन अब दोनों मूर्ति एक समान ऊंची हो गई है। कहते हैं कि अहिरावण ने भगवान श्रीराम-लक्ष्मण को इसी स्थान पर छिपाकर रखा था।
5.उत्तर प्रदेश का संकटमोचन मंदिर भी काफी मान्यताओं को समेटे हुए है। बताया जाता है कि हनुमानजी की यह मूर्ति गोस्वामी तुलसीदासजी के तप एवं पुण्य से प्रकट हुई थी। 6.अयोध्या में स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर ऊंचे टीले पर स्थित है। जहां 60 साीढ़ियों को चढ़ने के बाद हनुमत के दर्शन होते हैं। हनुमान जी के इस मंदिर दर्शन के बगैर अयोध्या की यात्रा अधूरी मानी जाती है।
7.मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी से 30 किमी दूर उलटे हनुमान का मंदिर है। यहां भगवान हनुमान की उलटे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है। 9.छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से 25 किमी दूर रतनपुर में हनुमान जी का एक मंदिर है। यहां हनुमान जी नारी के रूप में विराजमान हैं। इनके दर्शन करने से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी होती हैं।
10.हैदराबाद से 220 कि.मी की दूर खम्मम जिला में हनुमानजी और उनकी पत्नी का मंदिर है। यहां बजरंगबली और उनकी पत्नी सुवर्चला की प्रतिमा विराजमान है। मान्यता है कि हनुमानजी और उनकी पत्नी के दर्शन से वैवाहिक जीवन मे आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।