टीआई सुरेश धु्रव ने बताया कि यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई है। मुखबिर से जानकारी मिली थी कि तीन युवक जगदलपुर-दुर्ग बस से उतरें हैं और यात्री प्रतिक्षालय में घंटों से किसी का इंतजार कर रहे हैं। तीनों के हाथ में बैग है। जिसमें गांजा होना का संदेह है। सूचना के आधार पर बस स्टैंड पहुंची पुलिस तीनों को 20 मिनट तक आसपास तलाशती रही। युवकों की उम्र देखकर पुलिस को पहले तो शक नहीं हुआ। तीनों के हाथ में अग-अलग लेदर बैग था। आखिर में पुलिस तीनों को थाना ले आई। जहां बैग की जांच करने पर उसमें गांजा भरा था।
पूछताछ में युवकों ने पुलिस को बताया कि वे ओडिसा से गांजा लेने के बाद जगदलपुर पहुंचे। वहां से दुर्ग आए। यहां से बस से ही रीवा निकलने का प्लान था। युवकों का कहना है कि ओडिशा में 20 हजार प्रतिकिलों के हिसाब से गांजा मिलता है। उसे वे 40 हजार प्रतिकिलों के हिसाब से बेचते थे।
युवकों ने खुलासा किया कि आधा गांजा को वे रीवा ले जाने वाले थे। वहीं आधा गांजा को उन्हें दुर्ग में छोडऩा था। दलाल उनसे गांजा ले जाता इसके पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए। तीनों दो साल से इस गोरख धंधे में लिप्त है।