पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक ने बताया कि भू्रण में हाथ पैर व सिर का निर्माण हो रहा था। गुप्तांग नहीं बन पाया है। पीठ का हिस्सा भी एक मांस के लोथड़े के सामान था। इसलिए भू्रण को देख या परीक्षण में यह कह पाना संभव नहीं है कि गर्भ में पल रहे नवजात मेल था या फिमेल। क्यूरी रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस अब विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
शुक्रवार की सुबह 10 बजे पुलगांव पुलिस को सूचना मिली थी कि लाल कपड़े में बंधा अविकसित भू्रण को अज्ञात ने फेंक दिया है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भू्रण को जब्त कर मॉरच्युरी पहुंचाया। शुरुआत में भू्रण का परीक्षण करने जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने मना कर दिया था। बाद में भू्रण का परीक्षण दुर्ग में ही कराया गया।
पुलिस का कहना है कि अवैध रुप से गर्भ ठहरने पर किसी ने स्वयं दवा खाकर गर्भपात किया हो। पुलिस यह भी अनुमान लगा रही है कि लोगों की नजर से बचने उसने भू्रण को फेंकने पुराना पुल का उपयोग किया है। आम तौर पर नए पुल बनने के बाद पुराने पुल का उपयोग कोई नहीं करता। फिलहाल भू्रण की गुत्थी सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है। बता दें कि पिछले एक साल में दुर्ग-भिलाई में एक दर्जन से भी ज्यादा भू्रण मिल चुके हैं।