बाहर तपन के नेटवर्क में 100 गुर्गे काम कर रहे हैं। इन्हीं के जरिए वह अपराध की दुनिया में अपना दबदबा कायम रखता है। पुलिस को शुरूआती जांच में मालूम चला है कि जो 20 गुर्गे हैं वह पिछले दस माह में करीब 15 दिन के अंतराल में जेल आते-जाते रहे हैं।
पुलिस के पास गैंगस्टर और उसके गुर्गों की कई शिकायतें
तपन के गुर्गों के खिलाफ पुलिस के पास शिकायतों का ढेर लगा है। जमीन खरीदी बिक्री से लेकर ऊगाही, धमकाने संबंधी शिकायते है। सभी शिकायतों की जांच सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। जांच के साथ साथ सबूत भी जुटाए जा रहे हैं ताकि अपराधियों की धरपकड़ जल्द की जा सके।
पुलिस अब उन 20 गुर्गों पर नजर रखे है जो तपन के करीबी हैं। जेल से बाहर तपन का काम यही संभाल रहे हैं। इनकी थानावार सूची तैयार की जा रही है। पुलिस की मानें तो तपन ने इनको काम बांट रखे हैं। जमीन के सौदे, संपती पर जबरन कब्जा, धमकी, उगाही से सुपारी लेकर मारपीट व हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम देते हैं।
यश ग्रुप का संचालक अमित श्रीवास्तव पुलिस कस्टडी से भोपाल में हबीबगंज स्टेशन से फरार हो गया था और चार दिन बाद खुद ही आत्मसमर्पण करके फिर जेल चला गया। पुलिस को अमित के फरार होने में कुछ ऐसे सुराग मिले हैं जो इशारा कर रहे हैं कि तपन के इशारे पर ही अमित को भागने का मौका दिया गया। दरअसल तपन ने जेल में बंद यश गु्रप के संचालकों के साथ मिलकर जमीन के सौदे का षड्यंत्र रचा।
आइजी दुर्ग रेंज जीपी सिंह ने बताया कि शिकायतों की सूची लंबी है। हम हर शिकायतों की जांच सूक्ष्मता से कर रहे हैं। जमीन संबंधी शिकायतों के लिए विशेष रूप से एसआइटी का गठन किया है। जांच अभी प्रारंभिक स्तर पर है। हर पहलू पर जांच की जा रही है।
पुलिस को चार मोबाइल नंबर मिले हैं जिनके जरिए तपन लोगों से बाहर बात करता है। जेल के भीतर वही तय करता है कि कौन किस बैरक में रहेगा? तपन और उसके गुर्गों की पसंद का खाना अलग से पकाया जाता है। इसमें पुलिस को शक है कि बिना जेल स्टाफ की मिलीभगत के ऐसा संभव नही है, इसलिए जेल स्टाफ पर पुलिस नजर रखे हुए है।
1. गैंगस्टर के खिलाफ जमीन से संबंधित शिकायतों की जांच एसआइटी कर रही है। पुलिस का दावा है कि गैंगस्टर के खिलाफ इस तरह की कई शिकायत हैं। जांच पूरी होने के बाद ही मामले में संबंधित थाना में एफआइआर दर्ज की जाएगी।
2. गैंगस्टर मोबाइल पर जेल से बात करने की शिकायत पुलिस को कई बार मिली है। इसकी जांच पुलिस की आइटी सेल कर रही है।
3. तपन सरकार पर लोगों को धमकाने की शिकायत दर्ज है। जांच करने अलग से टीम गठित की है जिसमें जिले के पुराने और अनुभवी अधिकारी को रखा गया है।