यह भी पढ़ें : PM Modi In Bastar :पीएम मोदी राष्ट्र को समर्पित करेंगे 25 हजार करोड़ का नगरनार प्लांट, CG को मिलेगा दूसरा स्टील प्लांट डॉ. कल्पना जैफ नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि मरीज को बायीं आख से बिल्कुल नहीं दिखता था। मरीज की प्रारंभिक जांच के बाद पाया गया कि मरीज जन्मजात मोतियाबिंद से ग्रसित था। मरीज की सर्जरी डॉ. संगीता भाटीया के नेतृत्व में डॉ. कल्पना जैफ एवं डॉ. तरुण वशिष्ट ने किया।
यह भी पढ़ें : कानफोड़ू डीजे कर रहा बीमार, 60 डेसीबल तय पर 120 तक का शोर, कार्रवाई नहीं नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक की गई। जिसमें नेत्र सहायक शत्रुहन सिन्हा, माया लहरे, दुर्गा सिन्हा, विवेक सोनी एवं आशा ब्रहमभट्ट ओटी नर्सिंग इंचार्ज एवं उनकी टीम द्वारा विशेष योगदान दिया गया। जब मरीज अस्पताल आया था तब उनका विजन 3/60 था। सर्जरी के बाद मरीज का विजन 6/6 हुआ है। अब मरीज बायीं आंख से भी पूरी तरह से देख पा रहा है।